छात्रसंघ चुनावः कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं, फिर भी अध्यक्ष का पर्चा खारिज, वाह रे गुरु जी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। वाह रे गुरु जी। आप भी गजब के हैं। छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का आपराधिक रिकार्ड बता कर आपने उसका पर्चा खारिज कर दिया? मगर उसके खिलाफ कौन सा मुकदमा है , आप बता नहीं पा रहे। आप गुरु जी हैं या कुछ और?
बात बुद्ध विदृयापीठ महाविदृयालय सिद्धार्थनगर की है। यहां छात्रसंघ क अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शरफुदृदीन का पर्चा आपराधिक गतिविधि के आरोप में खारिज कर दिया गया। चुनाव अधिकारी सूर्यकांत पिाठी जी हैं।
हो सकता है चुनाव अधिकारी का मारपीट का आरोप सही हो, लेकिन ऐसे मामलों में आरोप नहीं चलते। अगर प्रत्याशी गुंडा और आसामाजिक है, तो मुकामी थाने में उसका इतिहास होना चाहिए। कानून आरोप से नहीं दस्तावेज से चलता है।
छात्रसंघ प्रत्याशी शरफुदृदीन का कोई आपराघिक रिकार्ड थाने में नहीं है। फिर भी चुनाव अधिकारी सूर्यकांत आरोप लगाते हैं। पूर्व छात्र नेता बीएम जायसवाल कहते हैं कि आरोप तो उन पर भी बहुत हैं, लेकिन आरोप और कानून में अंतर है।
छात्रसंघ बहाल करने वाले लिंगदोह आयोग ने भी आरोप नहीं बल्कि आपराधिक रिकार्ड की बात की है। सिद्धार्थनगर थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा का भी कहना है कि थाने में शरफृददीन का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है।
चुनाव अधिकारी जी बचपन में आप से भी कहीं मारपीट हो सकती है, लेकिन मारपीट और अपराधिक रिकार्ड मेें अंतर होता है। अगर आप इतना भी नहीं जानते तो आपका चुनाव अधिकारी बनना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
10:03 PM
आज कल लोग अपने पद नही बल्कि जात वाद पर फैसले करते हैं यह गुरु जी उसीमे तो नही है