कारनामा: उसका पुलिस ने बैनामेदार को बाग में दवा डालने से रोका
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। उसका थाने की पुलिस ने वर्दी का रौब दिखाते हुंए एक बैनामेदार को ही उसके बाग में दवा डालने से रोक दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में रोष व्याप्त है। जानकार इस मामले में सत्ता पक्ष के एक नेता का दखल बता रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक उसका बाजार थानाक्षेत्र के ग्राम सरौली में स्थित बाग जो कि इन्द्र नारायण गर्ग के नाम से दर्ज था, उसका बैनामा थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या-6 सुभाषनगर निवासी चन्द्रिका प्रसाद के नाम कर दिया और उनके दाखिल खारिज भी हो गया।
मामले में नया मोड तब आया जब गोरखपुर जिले के अलीनगर निवासी रेवतीरमण ने एसडीएम को गुमराह कर इस दाखिल खारिज को रद्द करा दिया। रविवार को जब चन्द्रिका प्रसाद आम के उस बाग में दवा डाल रहे थे, तो उसका थाने की पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
बताया जाता है कि पूर्व में यह बाग अलीनगर निवासी पुरुषोत्तम दास का था। सीलिंग से बचने के लिए उन्होंने इस बाग को अपने परिचित इन्द्र नारायण गर्ग के नाम कर दिया था। बाद में इन्द्र नारायण ने यह बाग चन्द्रिका प्रसाद के हाथों बेंच दिया।
जानकार बताते हैं कि पुरुषोत्तम दास की सारी सम्पत्ति की देखभाल जिले के एक नेता के जिम्मे हैं। उन्हीं के इशारे पर पुरुषोत्तम दास के पुत्र रेवतीरमण ने दाखिल खारिज रदद कराया। पुलिस ने उसी नेता के इशारे पर असली बैनामेदार को बाग में दवा डालने से रोक दिया है।