गेहूं खरीद के नाम पर किसानों को लूट रहीं एजेंसियां, प्रशासन बेखबर विधायक
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले में किसानों की हालत वैसे ही पतली है, ऊपर से खरीद ऐजेंसियां किसनों के गेहूं खरीद के लिए रिश्वत ले रही हैं और प्रशासन बेखबर बना हुआ है। किसानों का शोषण रोका न गया तो इसके खिलाफ आंदोलन भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि मीडिया के पास ऐसे मामलों विडियो क्लिप भी है। प्रशासन को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
यह बात सदर क्षेत्र के निवर्तमान विधायक और सपा नेता जिस पासावन ने कही। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में खरीद एजेंसियां किसानों का गेहूं तभी खरीदने को तैयार होती हैं, जब उन्हें प्रति कुंतल की दर से घूस मिल जाये। उन्होंने दावा किया कि यह घूस चालीस से साठ रुपये प्रति कुंतल की दर से लियाजा रहा है।किसानों द्धारा धन नहीं देने पर उनकी उपज नहीं खरीदी जा रही है।
उन्होंने प्रशासन से कहा है कि शादी ब्याह के इस सीजन में किसानों को नकदी की बेहद जरूरत है। ऐजेंसियों की मनमानी की वजह से किसान बिचौलियों की शरण में जाने को मजबूर है। प्रशासन के लोग यह जानते हुए भी खरीद एजेंसियों पर लगाम लगा पाने में विफल है। उन्होंने डीएम से खरीद केन्द्रों की जांच की मांग की है।
उन्होंने अंत में वर्तमान सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि नई सरकार पेंशन पर रोक लगा रही है। सपा राज की योजनाओं का नाम बदल रही है। प्रदेश में पुलिस वालों की हत्याएं हो रही है। हत्या लूट बलात्कार की घटनाओं ने दो महीने में पूरा रिकार्ड तोड़ दिया है। ऐसे में इनके पास लफ्फाजी की राजनीति के अलावा कोई चारा नहीं है।