शोहरतगढ़ में सांप्रदायिक तनाव, आगजनी के बाद अघोषित कर्फ्यू
सोनू खान
‘सिद्धार्थनगर जिले की शोहरतगढ़ तहसील में सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। शाम साढ़े पांच बजे के आसपास कस्बे में ताजिया जुलूस निकल रहा था कि तभी पत्थरबाजी शुरू हो गई। जिले के डीएम डॉक्टर सुरेंद्र कुमार और एसपी अजय कुमार साहनी ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किया। फिलहाल, तनाव फैलाने वालों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। एडिशनल एसपी मनसा राम गौतम का दावा है कि हालात काबू में हैं।’
सिद्धार्थनगर पुलिस के मुताबिक भगदड़ मचने की वजह से एक बुजुर्ग बुरी तरह से घायल हैं जबकि छह को मामूली चोटें आई हैं। कस्बे की कुछ दुकानों में तोड़फोड़ करने के अलावा एक बाइक आग के हवाले कर दी गई है। लोग अपने-अपने घरों में नजरबंद हैं। सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वालों की तलाश में छापेमारी जारी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह तनाव नारेबाजी नहीं करने देने पर बढ़ा। मुस्लिम समाज तय रूट से ताजिया जुलूस लेकर आगे बढ़ रहा था लेकिन कस्बे की एक चर्चित मंदिर के पास उन्हें नारेबाजी से रोकने की कोशिश हुई। जुलूस निकालने वालों से कहा गया कि मंदिर के सामने से गुज़रते वक्त नारेबाज़ी ना करें। इसी बात पर दोनों पक्ष अड़ गए लेकिन शाम साढ़े पांच बजे अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक ताजिया पर पत्थर पड़ने की वजह से जुलूस में अफरा-तफरी मच गई। इसी भगदड़ में एक बुजुर्ग घायल भी हो गए।
पुलिस के मुताबिक तनाव की खबर फैलने के बाद उपद्रवियों ने आगजनी और हिंसा की कोशिश की लेकिन इलाके में तैनात भारी पुलिसबल ने हालात काबू कर लिया। फिलहाल आठ थाने की पुलिस पूरे कस्बे में फ्लैगमार्च कर रही है। पीएसी की कई कंपनियां भी लगाई गई हैं। डीएम सुरेंद्र कुमार और एसपी अजय कुमार साहनी मौके पर कैंप किए हुए हैं।
सिद्धार्थनगर का शोहरतगढ़ कस्बा पूरे जिले में सर्वाधिक संवेदनशील माना जाता है। यहां की नगर पंचायत के अध्यक्ष हिंदू युवा वाहिनी नेता की पत्नी हैं। हाल ही में उनपर आर्थिक अनियमितता के गंभीर आरोप लगने की वजह से सरकार ने कार्रवाई की है। इस कस्बे में कई बार भगवा संगठन सभा करके भड़काऊ भाषण भी दे चुके हैं।