अखिलेश जीǃ बस्ती मंडल में सपा का एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं, वोट लेंगे या ठेंगा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बस्ती मंडल में आने वाले तीन जिलों में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार न होने से समाजवादी पार्टी में स्थानीय स्तर पर बेचैनी देखी जा रही है।इसका असर पूरे मंडल में देखा जा रहा है। इससे यहां के मुसलमानों में बसपा की पैठ के आसार बन रहे हैं।
बतों दें कि मंडल का सिद्धार्थनगर और संतकबीर नगर जिला मुस्लिम बहुल्य है। सिद्धार्थनगर में डुमरियागंज सीट पर 37, इटवा सीट पर 36, शोहरतगढ़ सीट पर 28, कपिलवस्तु सुरक्षित पर 27 और बांसी सीट पर 22 फीसदी मुसलमान है।यही हाल संतकबीर नगर जिले की भी है। बस्ती की 5 सीटों पर इनकी आबादी अपेक्षाकृत कम है।
मंडल की 13 सीटों पर मुस्लिम आमतौर से सपा के पक्ष में मतदान करते रहे हैं। लेकिन हैरत हैं कि इस बार इन सीटों में से एक पर भी मुस्लिम उम्मीदवार नहींं उतारा गया है। डुमरियागंज के मौजूदा विधायक मलिक कमाल यूसुफ के टिकट की घोषणा के बावजूद अंतिम समय में उनके टिकट का एलान रोक दिया गया। इसका भी मैसेज गलत गया।
इस घटना के बाद सपा का स्थानीय खेमा चिंतित है कि आखिर वह कौन से मुंह लेकर मुसलमानों के बीच वोट मांगने जायेगा। दूसरी तरफ बसपा ने सिद्धार्थनगर की कपिलवस्तु सुरक्षित को छोड़ कर बाकी चार सीटों में तीन पर मुस्लिम उम्मीदवार दिये हैं। सपाकी तरफ से टिकट वितरण में हुए इस असंतुलन के बाद बसपा जिले में नामांकन से पूर्व ही मुख्य लड़ाई में आती दिख रही है।
इस बारे में कोई सपाई अधिकृत तौर पर कुछ बोलने को तैयार नहीं, लेकिन वह इतना मानते हैं कि इससे मुसलमानों के बीच जवाब देना कठिन हो जाएगा। एक मुस्लिम वर्कर का कहना है कि विधायक कमाल यूसुफ का टिकट रोक देने से मुस्लिम समाज गुस्से में है।अगर हालात न बदले तो मुस्लिम वोट बसपा को जायेंगे और मुख्यमंत्री जी को मुसलमानों की ओर से सिर्फ ठेंगा ही मिलेगा।