मतदान का रुझानः कहां दिखी हाथी की मस्त चाल, कहां दौड़ी साइकिल और कहां खिला कमल?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले की पांच विधानसभा सीटों पर मतदान के दौरान गजब की जंग दिखी। क्षेत्रवार बसपा, सपा और भाजपा अलग–अलग स्थानों पर टक्कर देतीं दिखीं। आज के रूझान से चुनाव परिणाम रोचक और रोमांचक होने की संभावना है। वोटिंग के बाद सभी पार्टियों के कार्यालयों पर मतदान का आंकलन जारी है।
वीआईपी सीट इटवा
इटवा विधानसभा सीट पर लड़ाई बहुत रोमांचक हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद को यहां बसपा और भाजपा कड़ी चुनौती देखी गई। क्षे़त्र के कठौतिया, पेड़रा, चिताही, रमवापुर, मलदा आदि गांव में सपा बेहद कमजोर दिखी। इन बूथों पर भाजपा की बढ़त साफ दिख रही थी। यहां पर बसपा के समर्थक वोट खामोशी से पड़ रहे थे, लेकिन साइकिल समर्थक इक्का–दुक्का ही दिख रहे थे। तो भावपुर, नेबुआ, जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बसपा का दबदबा साफ दिख रहा था।
दरअसल इस बार माता प्रसाद पांडेय का समर्थक वर्ग पूर्व की तरह मुखर नहीं था। इसके बरअक्स बसपा और भाजपा के खेमे में जबरदस्त उत्साह था। लेकिन यह केवल रुझान है। अगर यही ट्रेंड पूरे इलाके का रहा तो मतगणना में चौंकाने वाले परिणाम आ सकते हैं।
चर्चित सीट डुमरियागंज
जिले की बहुचर्चित डुमरियागंज सीट पर बसपा, भाजपा, सपा और पीस पार्टी के समर्थक पूरे क्षेत्र में मेंहनत से काम करते दिखे। इस क्षेत्र में डुमरियागंज से पश्चिम उतरौला बार्डर तक बसपा की सैयदा मलिक का दबदबा दिखा तो पूरब में सपा के चिनकू यादव व पीस पार्टी के अशोक सिंह भी खूब जम कर लड़ते गये। इस दौरन दोनों की क्षे़त्रों में भाजपा के राघवेन्द्र सिंह अन्य दलों के पीछे लगे रहे।
सैयदा बेशक हर खित्ते में अच्छी उपस्थिति दर्ज कराती देखीं गई, लेकिन गत चुनावों में चौथे नम्बर पर रही भाजपा इस बार काफी शक्तिशाली दिखी। जनकार बताते हैं कि कदिराबाद, बिथरिया, भंड़रिया, बायताल, चाफा क्षे़त्र के बूथे पर बसपा अगर बहुत आगे थी तो भाजपा बहुत खामोशी से उसके पीछे चल रही थी। चौखड़ा बूथ पर भाजपा के आस पास भी कोई था। तेतरी, लोहरौली जैसे बूथ पर सपा का दबदबा था, लेकिन सपा के दबदबे वाले बूथों की तदाद कम दिखी।
युवाओं का रणस्थल शोहरतगढ़
शोहरतगढ़ क्षेत्र को अगर युवाओं का रणस्थल कहा जाये तो गलत न होगा। यहां बसपा केजमील सिंद्दीकी, सपा के उग्रसेन सिंह और अपना दल के चौधरी अमर सिंह तीनों ही युवा हैं और तीनों ऊर्जावान है। तीनों एक दूसरे से कड़ी लड़ाई दे रहे हैं। यहां बजहा बाजार में सपा और बसपा लड़ती देखी गईं तो जमुहवा में भी यही हालत रही। मुस्लिम इलाकों में वोट सपा और बसपा के बीच बंटे। सुर्यकुडिया में भाजपा समर्थित अपना और सपा दिखी तो अलीदापुर में बसपा और भाजपा के बीच टक्कर मिली।
शोहरतगढ़ में मतदान केन्द्रों पर कहीं सपा तो कहीं बसपा और कहीं पर अपना दल के उम्मीदवारों का दबदबा दिखा। शोहरतगढ़ टाउन में भी भाजपा और सपा के बीच मामला रहा तो रोमिन देई क्षेत्र में बसपा और सपा रही। कुल मिला कर इस क्षेत्र के रुझान किसी तरफ कोई स्पष्ट इशारा नहीं करते। पलड़ा बहुत कम अंतर से किसी भी पक्ष में झुक सकता है।
कपिलवस्तु और बांसी
जिले के सदर यानी कपिलवस्तु सीट पर सपा के विधायक विजय पासवान और भाजपा के श्यामधनी के बीच कड़ा मुकाबला दिखा। जाहिरा तौर पर वोटिंग रुझान सपा के पक्ष में देख गया। मगर कुछ बूथों पर बसपा समर्थक भाजपा और कमल को वोट देते देखे गये। अगर यह ट्रेंड दूर तक गया होगा तो यहां बीजेपी बाजी मार सकती है।
बांसी में भाजपा के राज कुमार जयप्रताप सिंह को सपा के लालजी यादव कड़ी चुनौती देते देखे गये हैं। लड़ाई कड़ी है। क्षण इधर विजय, क्षण उधर विजय की हालत है। रुझान का अनुमान लगा पाना कठिन है। बसपा तीसरे नम्बर पर जरूर है।