रहस्यमय मौतः बाप के जानाजे की रस्म पूरी होते ही घर पहुंची बेटे की लाश, बिलख उठा पूरा गांव
बाप़ और बेटे की लाशों के अलग़-अलग मिलने के अजीबो गरीब हालात किसी सुनियोजित साजिश की तरफ करते है साफ इशारा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। ट्रेन में रहस्मय ढंग से मृत पाये गये पिता की लाश घर पहुंची और शोकपूर्ण माहौल में जनाजे की नमाज पढ़ी गई। मिट्टी देने की रस्म अभी खत्म हुई ही थी कि मृतक के बेटे की लाश भी घर पहुंच गई। इस गजबनाक हादसे पर पूरा गांव बिलख उठा। बेटे की मौत भी बाप की तरह रहस्मय हालत में हुई थी। यह दर्दनाक वाकया शोहरतगढ़ तहसील मुख्यालय के मुहल्ला मस्जिद का है। 60 वर्षीय मृतक का नाम शहाबुददीन और उनके 19 साल के बेटे का नाम वकार अंसारी बताया गया है।
क्या है पूरी कहानी
खबर के मुताबिक शहाबुद्दीन अंसारी बलरामपुर के एक मदरसे मे शिक्षक थे। वह छुट्टियों को छोड़ कर शेष समय वहीं रहते हैं। मस्जिद मुहल्ला के लोंगो का कहना है गत शनिवार की शाम शहाबुद्दीन अपने 19 साल के बेटे वकार अंसारी के साथ निजी काम से लखनऊ गये थे। रविवार को काम निपटाने के बाद पांच बजे वह इंटरसिटी ट्रेन से शोहरतगढ़ लौट रहे थे। लकिन वह घर नहीं पहुंच सके। जबकि गोंडा के आसपास ट्रेन पहंची तो उनकी परिजनों से बात भी हुई थी। बहरहाल उनके घर न पहुंचने पर दूसरे दिन उनकी तलाश में निकले तो तुलसीपुर स्टेशन पर जीआरपी ने स्टेशन के पास रेलवे के किनारे एक लाश बरामद होने की सूचना दी जो शहाबुद्दीन की ही निकली। जबकि उनके बेटे वकार के बारे में कुछ पता न चल सका।
सोमवार अपरान्ह शहाबुद्दीन की लाश घर पहुंची तो परिजन उसे दफन करने में लग गये। सायं 6 बजे के आस पास उनका जनाजा पढ़ा गया। अभी लोग मिट्टी देने की प्रक्रिया पूरी कर ही रहे थे कि कुछ लोग वकार की लाश लेकर भी वहां पहुंच गये। यह देख गांव में कोहराम मच गया। बाप बेटे की मौत से सभी गमगीन हो गये।
साजिश का इशारा
अब सवाल है कि बाप बेटे के साथ कोई हादसा हुआ या कोई साजिश रची गई। पुलिस के मुताबिक दोनों की मौत हादसा है, लकिन सवाल है कि यदि बेटे की मौत बलरामपुर स्लवे स्टेशन के करीब पटरी पर मिली तो बाप की लाश वहां से पचास किमीं आगे तुलसीपुर स्टेशन के पास कैसे और क्यों मिली? यह सिर्फ एक ही दशा में संभव है कि बेटे वकार के ट्रेन से गिरने के बाद बेबसी के आलम में कुछ देर बाद पिता ने खुद ही छलांग लगा दी हो। लेकिन शेष सभी हालात दोनों की मौत के पीछे किसी साजिश का ही इशारा करते हैं। शहाबुद्दीन के परिजनों ने घटना की जांच की मांग रेलवे पुलिस से की है।