भयभीत विपक्ष के वाकओवर से आसान हुई ब्लाक प्रमुख चुनाव में सपा की राह
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर में सम्पन्न ब्लाक प्रमुख चुनाव में विपक्ष के वाकओवर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की राह आसान हो गयी और यही कारण रहा कि यहां के सभी 14 विकास खंडों में समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को चयनित करवा लिया। वाकवोर मिलने की खास वजह विपक्षी दलों पर प्रशासन का संभावित खौफ था, जिसकी वजह से उसने इन चुनावों में दिलचस्पी नही दिखाई।
इसके अलावा जिन 5 ब्लाकों में मतदान हुआ, वहां पर सपा उम्मीदवारों को विपक्षी से नहीं, अपने दल के बागियों से ही लोहा लेना पड़ा। विपक्ष की इस खामोशी ने जनपदवासियों के मन में तमाम सवाल पैदा कर दिया है।
मालूम हो कि रविवार को नौगढ़, डुमरियागंज, शोहरतगढ़, बढ़नी और लोटन विकास खंडों में ब्लाक प्रमुख पद के लिए मतदान हुआ। इन पांचों स्थानों पर विपक्ष ने किसी भी उम्मीदवारों का समर्थन नहीं किया। नौगढ़ में शफीक अहमद और संजू सिंह के बीच मुकाबला हुआ। ये दोनों सपाई होने का दंभ भर रहे थे।
डुमरियागंज में मिटठू यादव और सलमान मलिक आमने-सामने थे। मिटठू यादव सपा के तेज तर्रार नेता चिनकू यादव के पिता है और सलमान मलिक के पिता पूर्व मंत्री मलिक कमाल युसूफ काफी समय तक सपाई रह चुके है। यह अलग बात है कि वह आज सपा में नहीं है।
इसी प्रकार लोटन, शोहरतगढ़ और बढ़नी में भी सपा उम्मीदवारों को उन्हीं के दल के बागियों ने टक्कर दी। इसके अलावा जिन नौ ब्लाकों में प्रमुख उम्मीदवार निर्विरोध हुए, वे सभी समाजवादी पार्टी के ही उम्मीदवार हैं। इस चुनाव को लेकर सिद्धार्थनगर में विपक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।
लोगों का कहना है कि विपक्ष ने इसी प्रकार का कारनामा जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में किया था। सपा उम्मीदवार गरीब दास निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिए गये थे।
इस बारें में डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल का कहना है कि ब्लाक प्रमुख चुनाव में प्रदेश सरकार ने लोकतंत्र का गला घांेटा है। प्रशासनिक सख्ती के आगे कोई भी उम्मीदवार चुनाव लड़ने का साहस ही नहीं जुटा पाया। इसी प्रकार कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक ईश्वर चन्द्र शुक्ला ने कहा कि सपा ने अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए प्रशासन को पार्टी के एजेंट के रुप में प्रयोग किया। चुनाव में व्यापक पैमाने पर धांधली करायी गयी।
वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष रामकुमार कुंवर एवं बसपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार गौतम ने सवाल को टालने वाली स्टाइल में कहा कि अभी वह मीटिंग में है। बाद में इस बारे में बतायेंगे।