महिलाओं को कानूनी रुप से किसान दर्जा देने की आवश्यकता- उग्रसेन
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ विकास क्षेत्र के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि उग्रसेन प्रताप सिंह ने कहा है कि कृषि क्षेत्र महिलाएं 80 फीसदी योगदान करती हैं, इसके बावजूद उन्हें किसान का दर्जा नहीं मिलता है। आज आवश्यकता इस बात की है कि उन्हें किसान का दर्जा दिया जायें।
उग्रसेन प्रताप सिंह मंगलवार को शोहरतगढ़ एनवायरमेंटल सोसाइटी के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला सशक्तिकरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य आतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ बराबरी में चल रही हैं। इससे महिलाओं का महत्व काफी बढ़ गया है।
सोसाइटी के सचिव डा. बी. सी. श्रीवास्तव ने कहा कि आज की महिला कोमल है, परन्तु कमजोर नहीं। कृषि के क्षेत्र में भी महिलाओं की अहमियत बढ़ गयी है। विशिष्ट आतिथि उप कृषि निदेशक डा. राजीव झा ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विकास में महिलाओं के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान किसानों की प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गयी। इस अवसर पर जिला उद्यान अधिकारी, राम प्रताप शर्मा, देवेन्द्र सिंह, हर गोविंद, चुल्हई, चन्द्र प्रकाश, किशुन दयाल, नालिनीकांत त्रिपाठी, लेखपाल संघ के अध्यक्ष सुधीर श्रीवास्तव, प्रशांत कुमार, प्रमिला मिश्रा, शांति देवी, उर्मिला देवी, चिंता देवी, सविता, अशिकुन्निंशा, नरेन्द्र चौधरी, शशिकला श्रीवास्तव आदि की उपस्थिति रही।