अपने ही वाहन को चुराने के आरोप में वाहन स्वामी और उसके दोस्त गिरफ्तार, जेल भेजे गये
बीमे की धनराशि हड़पने के लिए सतीश ने बड़ी चालाकी से
बनाया था चोरी का प्लान, लकिन नहीं हो सके कामयाब
एम. आरिफ
बांसी, सिद्धार्थनगर। बांसी कस्बे से दोपहर में घर के सामने से पिकअप की चोरी के मामले का पुलिस ने 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया। हैरत है कि चोर कोई और नहीं खुद पिकअप का मालिक सतीश तिवारी ही निकला। चोरी उसने बीमे की रकम केलिए अपने ही दोस्तों से कराई थी। बांसी पुलिस ने पिकअप बरामद करते हुए उसके मालिक और दो दोस्तों को शुक्रवार को राप्ती पुल के पास नरकटहा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कोतवाल बांसी संजय कुमार मिश्र ने बताया कि 24 मार्च सुबह कोतवाली में सतीश तिवारी की ओर से तहरीर दी गई कि उनके पिकअप वाहन को 23 मार्च को दोपहर में ही चोर चुरा ले गए। वह स्वंय में वाहन के चालक भी हैं। केस दर्ज करने के बाद एसओजी के साथ संयुक्त टीम तैयार की गई। इसके बाद चोरी का पर्दाफाश करने के लिए लग गए। शुक्रवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली की चोरी में स्वंय वाहन स्वामी भी शामिल है। वह नगर के राप्ती नदी पुल से सटे नरकटहा के पास मौजूद हैं। सूचना को संज्ञान में लेते हुए एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव के साथ बताए हुए स्थान पर पहुंच गए।
वहां एक पिकअप के साथ कुछ लोगों को देखा गया। पुलिस आगे बढ़ी तो लोग भागने लगे। घेराबंदी करके तीन लोगों को पकड़ा गया। इनकी पहचान सतीश कुमार तिवारी निवासी पैली खास थाना कोतवाली खलीलाबाद यह जो खुद में वाहन स्वामी हैं। इनके अलावा राजमणि त्रिपाठी उर्फ मोनू निवासी कनौना कुर्थिया, बालेंद्र चौधरी निवासी महसिन थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर के रूप में हुई। यह तीनों दोस्त हैं।
पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी हुई पिकअप और 60 हजार रुपये नकदी भी बरामद किया। पूछताछ में पता चला कि यह तीनों दस्त हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि बीमा की धनराशि लेने और कंपनी के मालिक के रुपये हडपने के लिए चोरी की झूठी साजिश की थी। जो पलिस की सक्रियता से सफल न हो पाई।फिलहाल पूछताछ के बाद तीनों को न्यायालय को सुपुर्द किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।