चिकित्सक और फार्मासिस्ट एक-दूसरे के पूरक- डा. सलिल श्रीवास्तव सीएमएस 

September 29, 2021 7:49 PM0 commentsViews: 128
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– स्वस्थ समाज की परिकल्पना साकार कर रहे फार्मासिस्ट अहम

अजीत सिंह

सिद्धार्थनगर। मरीजों के इलाज में फार्मासिस्ट चिकित्सीय टीम के प्रमुख साथी हैं। इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। मरीजों क‌ी बीमारी दूर करने में सहयोगी है। इनके मान-सम्मान में कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

उपरोक्त बातें स्वशासी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सलिल श्रीवास्तव ने कही। वह बुधवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विचार संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम उत्तर प्रदेश डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन जिला इकाई के तत्वावधान में आयोजित था। प्राचार्य ने कहा कि फार्मासिस्ट संवर्ग पर्चे पर लिखी दवा देकर मरीजों का मर्ज मिटाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीना वर्मा ने कहा कि चिकित्सक और फार्मासिस्ट एक-दूसरे के पूरक हैं। इनके समन्वय से ही मरीजों का दुख दूर होता है। इनका कद्र करने के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डीके चौधरी ने कहा कि स्वस्थ समाज की परिकल्पना का साकार करने में फार्मासिस्ट की भूमिका अहम है।

वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. विमल द्विवेदी ने कहा कि सामान्य दिनों के साथ ही कोरोना जैसी गंभीर महामारी में भी फार्मासिस्ट ने अहम भूमिका निभाई।

जिलाध्यक्ष वाईपी यादव ने सभी के प्रति आभार जताया। जिला मंत्री गोविंद प्रसाद ओझा की ओर से प्रस्तुति रचनाएं काफी सराही गई। वरिष्ठ फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार मिश्रा की अध्यक्षता और जयराम पांडेय के संचालन में संपन्न कार्यक्रम को रवि शंकर त्रिपाठी, मृत्युंजय पांडेय, शिवाकांत पांडेय, सुनील चौबे, बी. नारायन, वाईके द्विवेदी ने भी संबोधित किया। सत्येंद्र दुबे, मनमोहन पांडेय, राजेश गुप्ता, उर्मिला राव गौतम, अर्चना मैसी आदि की उपस्थिति रही।

इन्हें मिला सम्मान
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की ओर से जिन्हें अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया, उनमें मंचासीन अतिथियों के साथ ही सेवानिवृत्त फार्मासिस्ट जेआर पांडेय, दूधनाथ तिवारी, अशोक मिश्रा, टीएन मिश्रा, क्यू-यू. मलिक, ओंकार नाथ पांडेय शामिल थे। इस दौरान ओपी चौधरी, केएन शुक्ला, सुभाष उपाध्याय, वीके पांडेय, डीसी पाठक, घनश्याम, प्रभात शुक्ला, राजेंद्र प्रसाद चौधरी, रतन शंकर चौधरी, नरेंद्र श्रीवास्तव मौजूद थे।

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