यातायात माहःअफसर बता रहे नियम कानून, सिपाही उड़ा रहे कानून का मजाक
नजीर मलिक
जिले में चल रहे यातायात माह के दौरान पुलिस के अफसर और जिम्मेदार कर्मी सिटिजन को वाहन चलाने के लिए नियम कानून की जानकारियां दे रहे हैं, वहीं हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज पर सिपाहियों ने उनके बताये नियमों कानूनों की धज्जियां उड़ाने की परंपरा कायम रखी है।
बुधवार की शाम एक सुखद खबर दिखी। सीओ सदर मो अकमल खान शहर में खुद खड़े होकर आते जाते वाहनों पर रेडियम स्टिकर लगवा रहे थे। अचानक उधर से गुजरते सांसद जगदम्बिका पाल ने अपना वाहन स्वयं रोक दिया।सांसद का सकारात्मक रुख देख कर सीओ सदर ने खुद उनकी गाड़ी पर रेडियम का स्टिकर चिपकाया।
एक तरफ मुहकमे के जिम्मेदारों का यह रवैया है, दूसरी तरफ सिपाहियों की जमात आज भी यातायात के नियम कायदे मानने को तैयार नहीं है। सदर का इलाका हो या दूर दराज का बिस्कोहर, मिश्रौलिया या भवानीगंज, हर तरफ सिपाहियों की मोटर साइकिलें सरकारी फरमान को ठेंगा दिखा रही हैं।
डनकी बाइक पर पुलिस विभाग जरूर अंकित होता है। अक्सर तीन कर्मी बैठ कर चलते हैं। हेलमेट लगाना तो शान के खिलाफ है।अनेक बार तो वह बिना नम्बर की मोटर साइकिल से ही चलते दखे जाते हैं।
यातायात माह खत्म होने को है। पिछले 26 दिनों में पुलिस के अफसरों ने नागरिकों को यातायात के नियम कानून बताये है। इसके लिए कई तरह के अवेयरनेस अभियान भी चलाएं है, लेकिन पुलिस वाले खुद ही नियमों की धज्जी उड़ा रहे हैं। ऐसे में जनता के बीच इस अभियान का संदेश अच्छा जायेगा, इसकी उम्मीद तो कम नजर आती है।