डीएवी स्कूल में यातायात जागरूकता कार्यक्रम, बच्चों ने ली नियम पालन की शपथ
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर।* सड़क यातायात पीड़ितों के स्मरण विश्व दिवस पर सोमवार को स्थानीय डीएवी एजूकेशनल एकेडमी, भीमापार में परिवहन विभाग सिद्धार्थनगर द्वारा विद्यार्थियों को सत्य निष्ठा के साथ यातायात नियमों का पालन करने आदि की शपथ दिलाई गई। इस दौरान विद्यार्थियों में पंपलेट हैंड बिल आज वितरित कर उन्हें जागरूक भी किया गया। विद्यार्थियों को एआरटीओ (प्रशासन) आशुतोष कुमार शुक्ल ने शपथ दिलाई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) आशुतोष कुमार शुक्ल ने कहा कि वाहन दुर्घटनाएं हमारे देश में मृत्यु दर में वृद्धि का एक बड़ा कारण है। तमाम लोग यातायात नियमों को जानने के बावजूद कई बार लापरवाह हो जाते हैं और अपनी जान के साथ साथ दूसरों की जान भी जोखिम में डाल देते हैं। शुक्ल ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के कई कारण हैं जिसमें मुख्यत: निर्धारित सीमा से अधिक गति से वाहन चलाना, नशे अथवा नींद के स्थिति में वाहन चलाना, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करना, सीट बेल्ट, हेलमेट आदि का प्रयोग ना करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि कई युवा खतरनाक ढंग से वाहन चलाते समय दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। हमें इन सब से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क पर यदि कोई व्यक्ति घायल हो जाता है तो एक नेक व्यक्ति का कर्तव्य निभाते हुए आप उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाए। घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पुलिस पूछ-ताछ अथवा गवाही के लिए बाध्य नहीं करेगी।
कार्यक्रम में उपस्थित एआरटीओ (प्रवर्तन) प्रवेश कुमार सरोज ने अपने संबोधन में कहा कि वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा चिन्ह तथा यातायात संकेतों का ध्यान रखना चाहिए। इससे हम दुर्घटना से काफी हद तक बच सकते हैं। कार्यक्रम को यात्री कर अधिकारी जे0के0दीक्षित, विद्यालय प्रबंध- समिति के सचिव अरविन्द झा, प्रधानाचार्य रवि शेखर दुबे आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान परिवहन विभाग के लिपिक हेमंत कुमार, मिन्हाजुल होदा, अरविन्द वर्मा, अजय कुमार सहित प्रवर्तन दल के लोग उपस्थित रहे।
बच्चों ने यह ली शपथ
बिना 18 वर्ष की आयु पूर्ण किए तथा बिना वैध ड्राइविंग लाइसेंस के कोई भी वाहन नहीं चलाएंगे। बिना हेलमेट के बाइक अथवा स्कूटर कभी नहीं चलाएंगे। चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट का प्रयोग करेंगे तथा दूसरों को भी प्रयोग के लिए प्रेरित करेंगे।
खतरनाक ढंग से वाहन का संचालन कदापि नहीं करेंगे।
वाहन चलाते समय पैदल व साइकिल यात्रियों को सम्मान प्रदान करेंगे।
कभी भी नशे की स्थिति में वाहन का संचालन नहीं करेंगे।
वाहनों पर स्टंट आदि कभी नहीं करेंगे।
वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करेंगे।
तेज गति से वाहन नहीं चलाएंगे।