शादी का झांसा देकर युवती से आठ माह तक गैंग रेप, मुकदमा दर्ज
मुझे वेश्यावृत्ति के पेशे में धकेलने का प्रयास किया गया-पीड़िता
नजीर मलिक
सिद्धर्थनगर। अनुसूचित जाति की एक महिला को बंधक बना कर उसके साथ निरंतर आठ महीने तक शारीरिक शोषण/ दुष्कर्म करने का एक सनसनीखेज मामला समने आया है। गोल्हौरा थाने की रहने नी उस महिला की तहरीर के आधर पर उसी क्षेत्र के चार व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह मुकदमा महिला आयोग के पहल पर किया गया है। घटना में महिला आयोग की दिलचस्पी इस बात का प्रमाण है कि मामला अत्यंत गंभीर है।
गोल्हौरा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 28 वर्षीया महिला की तहरीर के मुताबिक वह गरीब एवं धोबी जाति की अनुसूचित महिला है । उसके पति मजदूरी के सिलसिले में बाहर रहते है गांव का सागर नामक व्यक्ति पुत्र रामफेर जो मेरे प्रति वर्षों से बुरी नजर रखता था आज से आठ माह पूर्व वह दवा कराने सिद्धार्थनगर आई थी। उसी समय सागर ने शादी का झांसा देकर मुझे सिद्धार्थनगर के साड़ी तिराहा अपने साथ पिपरा करीम अपने एक रिश्तेदार के घर ले गया तथा मेरे साथ मेरे मर्जी के विरूद्ध लगातार चार दिनो तकघर में बन्द करके भिन्न-भिन्न समयों व तिथियों पर निरन्तर शारीरिक शोषण और दुष्कर्म करता रहा मैने विरोध किया तो काफी मारा पीटा और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया ।
इसके बाद मुझे नशीला दवा खिलाकर बस्ती ले गया वहां ट्रेन से मुझे अपनी बहन के घर पूना ले गया तथा मेरे साथ उसके सहयोगियों ने गैंगरेप किया जब मैं विरोध करती तो काफी मारते पीटते कमरे में बन्द कर देते और मेरे ऊपर वैश्यावृत्ति का धंधा करने का दबाव बनाते। इस तरह मेरे साथ आठ महीने तक लगातार सागर ने शारीरिक उत्पीड़न किया । किसी तरह मै अपने पिता व एक सहयोगी बसंत को जरिए मोबाइल फोन से सूचना दी तथा जान बचाकर मायका आई और आप बीती से अपने पिता को अवगत कराया।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर दुष्कर्म करने, मारने पीटने, एस सी एस टी उत्पीड़न आदि का मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। थानाध्यक्ष बृजेश सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना सी ओ इटवा कर रहे है