राहत बचाव में गड़बड़ी हुई तो बख्शे नहीं जाएंगे जिम्मेदार–योगी आदित्यनाथ
अजीत सिंह
खेतवल निवासी मृतक अयोध्या की पत्नी राजमती देवी को चेक देते मुख्यमंत्री
सिद्धार्थनगर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने यहां अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा है कि बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्य में ढिलाई या गड़बड़ी करने वाले बख्शे नहीं जायेंगे। योगी आज जिले के बाढ़ ग्रस्त इलाकों की जानकारी लेने आये थे। वे सिद्धार्थनगर मुख्यालय पर भी रुके थे मौके पर उन्होंने दो मृतक परिवारों को चार– चार लाख का चेक भी प्रदान किया।
उन्होंने भाजपा वर्करों और अफसरों के बीच कहा कि सरकार हर बाढ़पीड़ित की मदद के लिए तत्पर है। वह सभी को पूरी मदद करेगी। इसके लिए धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। साथ ही उन्होंले यह भी कहा कि अगर राहत वितरण में गड़बड़ी हुयी और बचाव कार्य में ढिलाई की जानकारी मिली तो जिम्मेदार बख्शे नहीं जायेंगे। इस सरकार में एक भी पीकड़त की परेशानी सामने आयी तो जिम्मेदार अफसर की खैर न होगी।
उन्होंने सैलाब का मुख्य कारण नेपाल को बताते हुए कहा कि इसके लिए उन्होंने नेपाल के राजदूत से बात की है। केन्द्र सरकार भी नेपाल सरकार से बातचीत करती रहती है। अगर जरूरत पड़ी तो वह फिर बात करंगे। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सरकार हर संभव उपाय कर रही है। उन्होंने इस आपदा में सबसे धैर्य रखने की अपेक्षा की और मृतकों के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
इस मौके पर जिले के सांसद जगदम्बिका पाल, मंत्री जय प्रतापसिंह के अलावा विधायक श्यामधनी राही, राघवेन्द्र सिंह, सतीश द्धिवेदी व अमर सिंह मौजूद रहे। विधायक श्यामधनी आदि मौजूद रहे। उन्होंने जोगिया क्षेत्र केखतवल तिवारी निवासी अयोध्या की पत्नी राजमती और जोगिया निवासी मृतक अखिलेश पाडेय के पिता संकटा को चार– चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया। दोनों की सैलाब से मौत हुई थी। इसके अलावा बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न के पैकेट भी वितिरित किये।
करीब 25 मिनट में सारे कार्यक्रम पूरा कर मुख्यमंत्री ढेबरुआ थाना क्षेत्र के सिसवा शिवभारी गांव पहुंचे और वहां पर बाढ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित किया। वे जिले में दोनों स्थानों को मिला कर कुल एक घंटे रहे।