अलग अलग घटनाओं में दो मजदूरों की संदिग्ध हालात में मौत, कत्ल की आशंका
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय के करीब परसा गांव के पास एक युवक की लाश सैलाब के पानी में तैरती पाई गई है। वह घटना स्थल से करीब साऊंखोर गांव का रहने वाला है। गांव के लोग इसे नियोजित हत्या बता रहे हैं। मृतक का नाम महेन्द्र रस्तोगी है। उसकी उम्र 33 साल बताई जाती है। इसी तरह उसका रेलवे क्रासिंग के पास भी संदिग्ध हालात में एक व्यक्ति की लाश पाई गई है। इस मामले में भी हत्या का शक किया जा रहा है।
बताया जाता है कि आज सुबह जिला मुख्यालय के पकडी चौराहा और परसा गांव के बीच बाढ़ के पानी में महेन्द्र रस्तोगी पुत्र निर्मल की लाश तैरते देख तहलका मच गय। उसकी लाश बाहर निकाल कर उसके गांव खबर भेजी गई। साऊंखोर गांव से परिजन आये और कहा कि वहां इतना पानी ही नहीं है कि उसमें एक जवान आदमी डूब कर मर सके। इसके अलावा यदि वह डूब कर मरा तो उसकी साइकिल कहां गई। उन्होंने शंका व्यक्त किया किसी ने उसकी गला दबा कर लाश पानी में फेंक दिया है ताकि उसे डूबने से हुई मौत मान ली जाये।
महेन्द्र के घर बालों ने बताया कि कल सुबह वह मजदूरी करने शहर को निकला था। शाम सात बजे उसका फोन आया था और उसने थोड़ी देर में घर आने की बात कही थी। परन्तु वह घर नही पहुंचा। सुबह उसकी लाश मिली। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने लाश को पास्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उसका कहना है कि वह पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कर्रवाई करेंगी।
दूसरी घटना भी उस्का थाना क्षेत्र के भिटिया क्रासिंग के पास हुई। बताया जाता है कि आज सुबह ग्राम हरनी बुजुर्ग निवासी 30 साल के रामबृक्ष की लाश रेलवे लाइन के पाई गयी। रामबृक्ष कल बाढ ग्रस्त गांव हरनी से मजदूरी करने निकला था। वह भिटिया गांव के पास कैसे पहुंचा और उसकी साइकिल कहा गई, इस सवाल का जवाब नहीं मिल रहा है।