प्रधानों ने असहयोग का उठाया मुद्दा, कहा विकास में ब्लॉक अधिकारियों का नही मिल रहा सहयोग
मांग पूरी नहीं होने पर राजधानी कूच करेंगे ग्राम प्रधान- जफर आलम (ब्लॉक अध्यक्ष)
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के बैनर तले शोहरतगढ़ ब्लॉक परिसर में अध्यक्ष जफर आलम की अगुवाई में ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर जूनियर इंजीनियर और एम. ई. रमेश कुमार को ज्ञापन सौंपा है।
मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मांग पत्र में उन्होंने प्रधानों के हित को लेकर 11 विन्दुओं की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि ग्राम पंचायतों को स्वतंत्र कार्यदायी संस्था बनाकर संबंधित पंचायत क्षेत्रों में होने वाले सभी विकास कार्य ग्राम पंचायत से कराई जाय, प्रधानों को 25 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन उनके खाते में दिया जाय न कि राज्यवित्त से।
समूह की महिलाओं को अलग से मानदेय दिया जाय न कि ग्राम निधि से। साथ ही पंचायत निधि को 5 गुना करने, ग्राम प्रधानों के ऊपर दर्ज मुकदमे वापस लेने, प्रधानों की मांग पर प्रथम वरीयता में उनका शास्त्र लाइसेंस जारी करने, मनरेगा में 40-60 का रेशियो खत्म कर आवश्यकतानुसार कार्य कराने का विवेकाधिकार, कर्मचारियों की गलती पर स्थानीय स्तर पर उनका वेतन रोकने का अधिकार, मनरेगा में प्रयुक्त मटेरियल्स का रेट बढ़ाने, ट्रेन व बस ने निःशुल्क यात्रा की सुविधा, प्रधानों का 50 लाख का निःशुल्क बीमा कराने आदि की बात कही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष जफर आलम ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के सदस्य दिन-प्रतिदिन पंचायतों के कार्य मे बाधा उत्पन्न कर रहे है। ब्लॉक के अधिकारी कर्मचारी प्रधानों को मुन्सी मेट समझ रहे है। एडवांस कमीशन की नयी परम्परा शुरू हो गयी है, जिससे विकास कार्य प्रभावित होगा। उन्होंने प्रधानों की हक की लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रधानों की समस्याओं का मुद्दा नही उठाते इसलिए प्रधानों को संघर्ष करना पड़ रहा है।
इस दौरान उन्होंने सभी प्रधान साथियों के सहयोग की मांग करते हुए कहा कि संगठन के मजबूत इरादे के सामने सभी लोग धरासायी हो जाएगा बसर्ते आपको अपनी शक्ति पहचानी होगी। कार्यक्रम को ब्लॉक उपाध्यक्ष पंकज चौबे, तहसील प्रभारी सुनील सिंह, मोहम्मद असीम उर्फ नैयर, विक्रम यादव, अजय चौधरी ने भी संबोधित किया