AIMIM सम्मेलनः मुसलमानों को देश विरोधी साबित करने में लगी मोदी सरकार– आस मोहम्मद
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। केन्द्र सूबे की भाजपा सरकारे भारत का भगवाकरण करने पर आमादा है। वह तमाम तरीके अपना कर भारत के मुसलमानों को देश विरोधी साबित करने की मुहिम में लगी है। मदरसे को आतंक का केन्द्र बताना भी उनकी इसी मुहिम का हिस्सा है। ऐसे में भारत की बहुरंगी संस्कृति में अास्था रहने वालों को इसका विरोध करना होगा, वरना मुसलमानों ही नहीं उनके उनके साथ्र इसका अंजाम दलितों और पिछड़ों को भी भुगतना पड़ेंगा।
यह विचार बिहार के पूर्व सांसद आस मोहम्मद ने आज सिद्धार्थनगर जिला मुख्यालय पर ईदगाह रोड पर आयोजित तहफ्फुज शरीयत कानफ्रेंस में कहा। इसका आयोजन प्रदेश महामंत्री अली अहमद ने किया था। आस मोहम्मद ने कहा कि अगर सेक्यूलर ताकतोकं नेक इस ख्सतरे को नहीं पहचाना, तो देश को इसकी बड़ी कीमत अदा करनी पडेगी।
में पूर्व सांसद आस मोहम्मद ने कहा कि राष्ट्रीय सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी देश कों हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है, इसीलिए वह मदरसों पर हमला बोल रही है अौ उसे आतंक का केन्द्र बता रही है। उन्होंने कहा के हसरत मोहानी से लेकर बहादमर शाह जफर तक सभी मदरसों में ही पढ़े थे। वे स्वाधीनता आंदोलन ही नहीं आजाद भारत के सबसे बड़े बडे पुरोधाओं में गिने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि देश को इस भयानक खतरे से बचाने की जिम्मेदारी मुसलमानों से कहीं ज्यादा सेक्युलर हिंदुओं को है। अगर उन्होंने समय रहते इस खतरे का मुकाबला नहीं किया तो इसका खामियाजा पूरे देश्स को चुकाना पड़ेगा और देश तानाशाही का शिकिर हो जाऐगा।
इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक और ओवैसी की पार्टी के यूपी कें महामत्री अली अहमद ने कहा कि हम शरीयत से छेड़छाड़ बरदाश्त नहीं करेंगे।भारत के संविधान में सभी धर्मों की स्वतंत्रता । उन्होंने कहा कि तीन तलाक का मुद्दा केवल मुसलमानों को राष्ट्र के मुख्य धारा से अलग करने के लिए किया जा रहा है।