फर्जी आंकड़े से चल रहा जिला, 10 ओडीएफ गांव भी साबित नहीं कर सकते डीएम़- हेमंत चौधरी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सरकार नजरों में अच्छा साबित करने के लिए जिले के अफसरों पर विकास के फर्जी आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए सरकार की सहयोगी पार्टी अपना दल के युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत चौधरी ने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा है कि सिद्धार्थनगर जिले के सब गांवों में घर घर शौचालय बनने की सरकार को रिपोर्ट तो भेज दी गई है, मगर वास्तविकता यह है कि जिलाधिकारी जिले के दस गांवों को भी ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) साबित नहीं कर सकते।
झूठ बोल रहा प्रशासन व डीएम
आज यहां प्रेस वार्ता में अपना दल नेता हेंमंत चौधरी ने कहा कि सरकार के नीति आयोग को खुले में शौच से मुक्ति यानी ओडीएफ, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के झूठे आंकडे आंकडे प्रस्तुत कर सिद्धाथनगर प्रशासन ने देश का तीसरा और प्रदेश का पहला जिला होने का प्रमाणप़त्र हासिल कर लिया। मगर हकीकत इसके उलट है। जिले में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बुरी है। आज भी हर गांव में लोग खेत खलिहानों व अन्य खुली जगहों पर शौच के लिए देखे जा सकते हैं। दरअसल रिपोर्ट भेजने के जिम्मेदार जिले के डीएम झूठ बोल रहे हैं।
हेमतं ने डीएम को दिया चुनौती
अपना दल युवा अध्यक्ष हेमंत चौधरी ने सिद्धार्थनगर प्रशासन के तीनों आंकड़ों को गलत व फर्जी बताया और कहा कि जिले के नब्बे प्रतिशत गांव के लोग आज भी खुले में शोच करते देखे जा सकते हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को चुनौती दिया कि वह दस गांवों को स्वयं चुन लें। मै वहां ले जाकर साबित कर दूंगा कि वहां आज भी लोग खुले में शौच को मजबूर हैं और जिले का 90 फीसदी गांव को ओडीएफ घोषत करना सरकार को गुमराह करना है। उन्होंने दावा किया किया कि नीति आयोग की जांच टीम भी इस ष्डयं़ में शामिल है।
बीएसए और सीएमओ के आंकड़े भ्रामक
उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के आंकड़ों को झूठलाते हुए कहा कि बेसिक शिक्षािध्कारी ने शत प्रतिशत बच्चों के नामांकन की सरकार को रिपोर्ट कर रखी है और 98 प्रतिशत बच्चों को ड्रेस वितरण भी बताया है। लेकिन स्वास्थ्य के सीएमओ ने विभाग ने उन बच्चों को टीका लगाने का जो आंकड़ा दिया है, वह उसका आधा यानी 48 फीसदी है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बेसिक शिक्षाधिकारी कहते है हैं कि स्कूल जाने योग्य 100 में 98 बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं तो स्वास्थ्य विभाग 48 फीसदी बच्चों को ही टीका लगाना बताता है। जाहिर है कि दोनों विभागों में एक झूठ बोल रहा है।
सरकार करे जांच और दोषियों को दे सजा
अपना दल नेता हेमंत चौधरी ने अंत में कहा कि इस प्रकार की रिपोर्ट से सिद्धार्थनगर प्रशासन सरकार की नजरों में जरूर उठ गया होगा, मगर सिद्धार्थनगर का विकास रसातल में पहुंचा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच के लिए अपना दल यूपी के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री से शिकायत दर्ज करायेगा और पूरे मामले की जांच करायेगा। वार्ता में उनके साथ पार्टी के नेता शेषमनी प्रजापति भी रहे।