जगदम्बिका पाल से कुशल तिवारी का मुकाबला तय, नाम की घोषणा होली बाद करेंगी सपा

March 23, 2024 1:31 PM0 commentsViews: 2591
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नजीर मलिक

अखिलेश यादव के साथ कुशल तिवारी

सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार तय हो गया है। इस सीट से पूर्व मंत्री और पूर्वांचल के दिग्गज ब्राह्मण नेता पंडित हरिशंकर तिवारी के बडे बेटे कुशल तिवारी को मैदान में उतारना लगभग तय हो गया है। बता दें कि कपिलवस्तु पोस्ट ने अपनी पिछली पोस्ट में विनय शंकर तिवारी का नाम लिखा था। मगर तकनीकी कारणों से अब उनके जगह उनके बडे भाई भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी का नाम तय कर दिया गया है। इसकी अधिकृत घोषणा होली पर्व के अगले दिन की जायेगी।

क्या है सपा के टिकट  की कहानी

जानकारी के अनुसार सपा नेता भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी वर्ष 2009 में प़ड़ोस की खलीलाबाद संसदीय सीट से सांसद रहे हैं। उनका संसदीय कार्यकाल र्निविवादित रहा था। मगर बसपा त्यागने के बाद उन्होंने इस सीट का परित्याग कर दिया तथा अपने लिए नई सीट की तलाश में लग गये। इस बीच लोगों ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को जातीय गणित के आधार पर डुमरियागंज सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशी का उतारा जाना मुफीद बताया।

डुमरियागंज सीट के लिए पार्टी के पास पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय जैसा बड़ा  चेहरा भी था। पांडेय वर्तमन में इसी संसदीय सीट के इटवा क्षेत्र के विधायक भी हैं।लिहाजा माता प्रसाद पांडेय के नाम पर अप्रत्यक्ष रूप से मुहर लगा दी गई। इस सिलसिले में कई बार माता प्रसाद पांडेय और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में वार्ता भी हुई। इन वार्ताओं में एक बाद चिंतनीय लगी कि बढ़ती उम्र और स्वास्थ्यगत कारण से माता प्रसाद पांडेय का भाजपा प्रत्याशी जगदम्बिका पाल से टक्कर ले पाना शायद संभव न हो सकें।

पाल की घेरे बंदी के लिए सपा की कवायद

सूत्र बताते हैं कि इसके बाद जगम्बिका पाल की घेरेबंदी के लिए सपा ने मजबूत संसाधन वाले और उन्हीं की टक्कर के प्रभावशाली ब्राह्मण नेता की खोज शुरू की और पार्टी की नजरें बड़हलगंज के पूर्व विधायक और पूर्वांचल में ब्राह्मणों के नेता माने जाने वाले पंडित हरिशंकर तिवारी के छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी पर जा ठहरी। विनय शंकर का नाम फाइनल हो गया। मगर उनके नाम की घोषणा होती इससे पहले वह एक तकनीकी जांच में उलझ गये। अन्ततः व्यापक विचार विमर्श के बाद उनके बड़े भाई कुशल तिवारी के नाम सहमति बनाई गई। आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत और प्रभावशाली है। जानकार कहते हैं कि कुशल तिवारी के आने से चुनावी समीकरण बिलकुल बदल जाएंगे।

क्या कहते हैं तिवारी परिवार के सूत्र

इस सम्बंध में कुशल तिवारी के पारिवारिक सूत्रों ने बातचीत के दौरान इस बात की पुष्टि की है। सभी ने बताया कि कुशल तिवारी का नाम बिलकुल तय है। सपा आला कमान की ओर से इसकी अधिकृत घोषणा होली के तुरंत बाद कर दी जाएगी। परिवार के लोगों ने बताया कि वह सब होली पर्व के बाद डुमरियांज सीट से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तैयारी के साथ आयेंगे।

कांग्रेस व सपा में उथल पुथल

सपा के इस फैसे के बाद यहीं के राजनीतिक हल्कों में उथल पुथल मच गई है। इसी बीच यह भी पता चला है कि डुमरियागंज से चुनाव लड़ने के लिए एक कांग्रेसी नेता भी समाजवादी पार्टी से सम्पर्क में हैं। जिन्हें सपा के ही कुछ लोग मदद कर रहे हैं। जब कि एक सपा नेता बसपा के सम्पर्क में बताये जाते हैं। मगर कपिलवस्तु पोस्ट इसी पुष्टि नहीं कर पा रहा है। लेकिन जानकार बताते हैं कि डुमरियागंज सीट पर सपा के किसी स्थानीय नेता द्धारा चुनौती दे पाना बहुत मुश्किल है, यह बात सपा नेतृत्व भी जानता है। ऐसे में होली बाद इस सीट भी बेहद रोचक चुनावी युद्ध को देखने को मिल सकता है। तो प्रिय पाठक होली पर्व तक इंतजार कीजिए।

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