दुर्घटना की दावत दे रहे नेशनल हाइवे के बिजली के तार, प्रशासन बेखबर
महेंद्र कुमार गौतम
बांसी, सिद्धार्थनगर। बांसी से बस्ती जाने वाले नेशनल हाइवे से सटे सड़क के दोनों तरफ खड़े बिजली के हाई टेंशन खंभे राहगीरों और स्थानीय ग्रामीणों के लिए जानलेवा बने हुए हैं। अभी गत माह इसी से एक आदमी की जान चली गई, फिर भी प्रशासन की आंख नही खुल रही है।
बता दें कि खंभों पर खिंचे हाईटेंशन के तार कई पेड़ो के ऊपर से गुजरते है जिनके तारों में निरंतर बिजली आपूर्ति चालू रहती है। वो तार हल्के से हवा के झोंको से पेड़ों की हरी टहनियों से टकराकर चिंगारी के साथ पटाखों की तरह तेज़ आवाज करते हैं। जिससे कभी भी तार टूट कर गिरने या पेडों में बिजली उतरने से किसी की जान जाने की संभावना प्रबल है। हाइवे से सटे बाजारडीह खुटहना करही आदि गांवों में ये घटना लगातार देखी जा सकती है।
कई गांवों में तो जमीन से महज कुछ ऊंचाई पर लटक रहे हाई टेंशन तार-
तिलौली फीडर के अंतर्गत कई ऐसे गांव है जहाँ ढीले व जर्जर तार मौत का दावत दे रहे, कोल्हुआ खुर्द, कटसरया कला जैसे अनेको गांवो में तो 6-7 फ़ीट तक नीचे लटक रहे। सनद रहे कि बिजली विभाग की ऐसी ही उदासीनता से पथरा फीडर के बरगदी गांव में पिछले दिनों एक युवक की बिजली के तार के चपेट में आने से मौत हो गयी थी। कपिलवस्तु पोस्ट लगातार ढीले जर्जर तारों पर विभाग को सचेत करता रहा है, लेकिन विभाग के कान पे जूं तक नही रेंग रहा, शायद उसे और मौत का इंतजार है।