काठमांडू में गोलियों की गूंज: दाऊद गैंग के लाल अंसारी का कातिल मुठभेड़ के बाद दबोचा गया
माफिया डान बबलू श्रीवस्तव गैंग का शूटर है गिरफ्तार गुड्डू पटेल
क्रिमनल बबलू पासवान के साथ मिल कर मारा था लाल अंसारी को
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। अरसा बाद नेपाल की राजधानी काठमांडू का तोखा इलाका एक बार फिर गोलियों की तड़ तड़ से थर्रा उठा। इस बार की मुठभेड़ गैंगवार नहीं बल्कि पुलिस और क्रिमिनल के बीच की थी। रविवार को हुए एनकाउंटर में भारतीय का शातिर क्रिमिनल गुड्डू पटेल जख्मी होकर जमीन पर गिरा और काठमांडू की पुलिस ने उसे दबोच लिया। गुड्डू पटेल लाल मोहम्मद के हत्यारोपियों में शामिल है। दूसरा आरोपी बबलू पासवान है जो पहले से जेल में है।
घाटी अपराध जांच कार्यालय के एसएसपी रमेश बास्नेत व अन्य नेपाली जांच एजेसियों के मुताबिक जेल में बंद बबलू पासवान और काठमांडू मुठभेड़ में घायल होकर पकड़ा गया गुड्डू पटेल, दोनों ही माफिया डान बबलू श्रीवास्तव गैंग के लिए काम करते है। बबलू श्रीवास्तव भी लम्बे समय से भारत की जेल में बंद है और वहीं से गैंग आपरेट करता है। समझा जा रहा है कि बबलू के निर्देश पर ही गुड्डू पटेल ने बबलू पासवान के सहयोग से लाल मोहम्मद उर्फ लाल अंसारी की हत्या की थी।
अब सवाल उठता है कि कौन था लाल मोहम्मद उर्फ लाल अंसारी? बबलू श्रीवास्तव से उसकी क्या दुश्मनी थी? आपको बता दें कि बबलू श्रीवास्तव गिरफ्तारी से पहले नेपाल में रह कर जाली नोटों, फिरौती के धंधों के अलावा अन्य कई प्रकार के जरायम में लिप्त था। जबकि लाल मोहम्मद भी भारतीय जाली नोट व ड्रग्स के काले कारोबार के अलावा भारत विरोधी गतिविधियों में लगा था। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक उसके रिश्ते आइएसआइ और दाऊद गैंग से भी थे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या धंधे में वर्चस्व को लेकर बबलू श्रीवास्तव ने लाल मोहम्मद की हत्या कराई?
सरसरी तौर पर देखने मे तो यही लगता है, मगर नेपाल के अधिकारियों के हवाले से एक प्रमुख जानकारी सामने आई है, जिसके मुताबिक भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ यानी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग ने नेपाल में नकली रुपये का कारोबार करने वालों को साफ करने के लिए बब्लू श्रीवास्तव का इस्तेमाल किया था। लाल मोहम्मद पर नकली भारतीय नोटों का कारोबार करने के साथ आईएसआई व दाउ्द गैंग के लिए काम करने का भी आरोप है। नोट कारोबारियों का सफाया करने वाला बबलू श्रीवास्तव वर्तमान में जेल में है। वह जेल से ही अपनी नेटवर्किंग चलाता है, ऐसा जानकारों का मानना हैं। उसके गुर्गे आज भी नेपाल में रहते हैं। गुड्डू पटेल भी उन्हीं में से एक था। जिसे काठमांडू एनकाउंटर में घायल होने के बाद पकड़ा गया है।
बताते चलें कि इस पूर्व भी नेपाल में परवेज टांडा जैसे कई माफिया डानों और अन्तर्राष्ट्रीय अपराधियों की हत्या की जा चुकी है। हर बार ऐसी किसी घटना के बाद उसके पीछे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के हाथ होने की चर्चा शुरू हो जाती है।