आग ही आग, तीन सौ घर जले, सैकड़ों बीघे खेत स्वाहा, दो मरे, पांच झुलसे, गांव छोड़ कर भाग रहे लोग, हर तरफ चीख पुकार

April 10, 2016 8:23 PM1 commentViews: 7784
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नजीर मलिक

 गाांव में आग से जले जानवर और रोती बिलखती महिलायें

गांव में आग से जले जानवर और रोती बिलखती महिलायें

सिद्धार्थनगर। जिले के कई जगहों पर लगी आग ने तकरीबन तीन सौ घरों और दो हजार बीघा गेहूं की फसल को जला कर राख कर दिया। दो लोगों के मरने व पांच के घायल हाने की भी खबर है। हर तरफ चीख पुकार मची हुई है। आग के मुकाबले के लिए मैन पावर तो बहुत थे, लेकिन मौके पर पानी नहीं था। इसलिए बचाव की कोशिश नाकामयाब रही। समाचार लिखे जाने तक लोग गांवों को छोड़ कर भाग रहे थे।

खबर है कि रविवार को लगभग दो बजे ढेबरुआ थाने के ग्राम कछिरहवा में अज्ञात वजहों से आग लग गई। तेज हवा की वजह से आग ने अचानक तमाम घरों को चपेट में ले लिया। जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचती 87 घर जल कर राख हो गये। गांव में कम से कम चार सौ लोग बेघर होकर खुले आसमान के नीचे पडे हैं। गांवों में कम से कम सौ जानवर के मरने की भी खबर है

इसी तरह इटवा थाना क्षेत्र के ग्राम मैन भरिया में आग से 50 से अधिक घर जल गये। हमारे संवाददाता मो. आरिफ के मुताबिक आग से गांव के 75 साल के कमला प्रसाद की जल कर मौत हो गई। इसके अलावा भिलौरा गांव में भी 50 घर जलने की खबर है।
दूसरी बड़ी घटना इटवा बांसी रोड पर खुनियंव के पास हुई। वहां अहिरौली गांव में आग लगी। वहां देखते देखते तीन और गांव चपेेट में आ गये। इससे तकरीबन डेढ़ सौ घर जल कर खाक हो गये। 5 सौ बीघा फल भी जलने का अनुमान है। यहां भी एक आदमी के मरने की खबर है।

इसके अलावा सदर इलाके के ग्राम रोवां पार में लगी आग े ण्क ही घर जला मगर चार लोग झुलस गये। बड्रपुर इलाके के ग्राम बिहरा में भी कई मकानों और खे जले की खबर है। बर्डपुर इलाके में ग्राम तिघरा, तिलसड़ी, सेमरी व केवटलियां के सीवान में आग लगी, जिसमें 15 सौ बीघा गेहूं की फसल जल कर राख हो गई है।

एक अन्य समाचार के मुताबिक पथरा थाना क्षेत्र के बनगवा पडाइनण् छिरोहा ण्बनगवांण्व बरहपुर गाँव की सीवान मे लगी भीषण आग।आग से 500 एकड़ गेहूँ का फ़सल जलकर ख़ाक।बरहपुर गाँव के दो दर्जन से अधिक मकान भी जले।घर मे रखे सारे सामान भी जलकर राख।गाँव मे अफ़रा तफ़री का माहौल।गाँव के कई बच्चे भी आगज़नी मे ग़ायब

पानी की दिक्कत ने मचाया कहर

जिले में आग का मुकाबला किया जा सकता था। लेकिन पानी की कमी ने कहर मचा दिया। गांव में कुएं पट गये हैं। तालाब पोखरों को पाट कर अवैध कब्जा किया जा रहा है। ऐसे में दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच कर भी नाकमा रहती हैं। सलिए गांव में गडियों को आग बुझाने के लिए पानी नहीं मिल पाता है।

जलता रहा संडे, ठहरा रहा सरकारी अमला

रविवार को पूरे जिले में तकरीबन 350 मकान स्वाहा हुए और दो हजार बीघा फल खाक हुई। किसान राघव मौर्य का कहना है कि रविवार को पूरा जिला जलता रहा। फोन और अन् माघ्यमों से सूचना के बावजूद प्रशासन मदद को आगे नहीं आया। जहां उसेने गाडि़यां भेजीं, वहां भी पानी नहीं मिलने से कठिनाई पैदा हुई।

हमारी मजबूरी है-एसपी

इस बारे में एसपी अजय कुमार साहनी का कहना है कि फार ब्रिगेड की गाडियां घटना थल पर जाती है। लेकिन गांवों में जल के श्रोत खत्म कर दिये जाने की वजह से गाडियों को पानी नहीं मिलता है। ऐसे में काम कठिन हो जाता है। यह तो मजबूरी है। उनका कहना है कि हमने प्रधानों को गांव के जल श्रोतोें का बचाने का मैसेज दे दिया है। इसके लिए गांव के ध्रर्मस्थलों से भी ला्उडस्पीकर से प्रचार कराया जा रहा है।

 

1 Comment

  • Respected presentGovenment , here I want to mention , please take right action if want to people welfare , already people suffering from drought , in siddhart nagar disstrict there are no irrigation system which can people utilize , world growing with the thenology but we still have absence of good thenology ,when Akhilesh goernmrnt people are thinking now state condition will enhance but condition is still worse , few people illegally accouping ponds , talab , now time has to take proper actin for furthe such incidents will not happen

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