सात साल चकमा देने के बाद पलिस के हत्थे चल ही गया मंडल का हार्डकोर क्रमिनल

April 9, 2023 1:38 PM0 commentsViews: 277
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अजीत सिंह

सिद्धार्थनगर। बस्ती जनपद के मुंडेरवा थाना क्षेत्र में सात साल पहले लूट की वारदात को अंजाम देकर चर्चा में आया फिरोज बंजारा उर्फ बेलाल पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसे शनिवार शाम कोको एसओजी और मोहाना पुलिस की संयुक्त टीम ने क्षेत्र के डफालीपुर गांव के पास से उसे दबोच लिया। पुलिस का दावा है कि इस पर कई संगीन मुकदमें थे और जेल में बंद राजू स्माइल का राइट हैंड था। उस पर 50 हजर रुपये का ईनाम घोषित था। पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मोहाना थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के टोला बालक जोत पर लूट, छिनैती, गैंगस्टर सहित कई मामले दर्ज थे। वह वर्ष 2016 में बस्ती में लूट की वारदात को अंजाम देकर चर्चा में आया था। उसके तीन अन्य साथी पुलिस के हत्थे बहुत पहले ही चढ़ गए थे। लेकिन सात साल में यह कई बार पुलिस के हाथ आते- आते बच गया था। आईजी बस्ती की ओर से उसपर ५० हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी के अलावा थानों की पुलिस को भी निर्देश दिया गया था।

शनिवार शाम एसओ मोहाना जीवन त्रिपाठी को मुखबिर से सूचना मिली के फिरोज क्षेत्र के डफालीपुर गांव के रास्ते कहीं जाने वाला है। सूचना को संज्ञान में लेते हुए एसओजी प्रभारी शेषनाथ यादव, एसओ लोटन चंदन कुमार के साथ संयुक्त टीम तैयार की गई। इसके बाद सभी लोग मौके पर पहुंच गए। कुछ देर इंतजार के बाद एक बाइक सवार आता हुआ दिखा, जैसे ही पुलिस आगे बढ़ी तो भागने लगा। संदेह होने पर टीम ने घेराबंदी करके पकड़ा तो फिरोज उर्फ बेलाल के रूप में पहचान हुई। पूछताछ के बाद उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पकडऩे वाली टीम को २५ हजार रुपये ईनाम दिया गया है।

मंडेरवा थाना क्षेत्र में की लूट

फिरोज के गैंग ने वर्ष 2016 में बस्ती जनपद के मुंडेरवा थाना क्षेत्र में कारोबार करने वाले आशीष मिश्र नाम के एक व्यक्ति से असलहे के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। लूट की वारदात के बाद वह चर्चा में आ गया। पुलिस टीम ने गैंग के सदस्य अली हुसैन और उस्मान को दबोच लिया था। जबकि संजय भेल्लर और फिरोज पुलिस की गिरफ्त से दूर थे। दो वर्ष पहले एसटीएफ गोरखपुर और एसओजी सिद्धार्थनगर की टीम ने संजय उर्फ भेल्लर को मुठभेड़ में पकड़कर जेल भेज दिया था। लेकिन फिरोज पुलिस को चकमा देकर भागता रहा। सात साल बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ा।

राजू इस्माइल का राइट हैंड

हत्या के प्रयास, लूट, डकैती सहित ३० से अधिक मुकदमें फरार चल रहे राजू इस्माइल को एसओजी टीम ने डेढ़ वर्ष पहले मोहाना थाना क्षेत्र में पकड़ा था। लेकिन उस समय फिरोज गाड़ी से कूदकर भाग निकला था। पुलिस के मुताबिक प्रदेश में २०१७ में जब इनकाउंटर शुरू हुआ तो राजू इस्माइल नेपाल भाग गया। लेकिन फिरोज उसका काम संभालता था। उसे राइट हैंड कहा जाता था। पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए लगी थी। अंत में उसे सफलता मिल ही गई।

 

 

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