एके-47 प्रकरण : राइफल गुमशुदगी के एक माह बीतते ही बाद ठंड पड़ने लगी पुलिसिया रफ्तार , अभी तक नही लगा कोई सुराग

March 6, 2019 7:29 PM0 commentsViews: 739
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मेराज़ मुस्तफा

 

इटवा – सिद्धार्थनगर : एक माह से अधिक समय बीत चुका है और बीतते समय के साथ ही साथ इटवा थाने के मालखाने से लोडेड मैगजीन सहित गायब राइफल एके – 47 की तलाश भी धीमी होती दिख रही ।

पूरे घटनाक्रम पर एक नजर

बीते माह फरवरी की तीन तारीख को इटवा थाने के लोगों को जानकारी होती है कि थाने के मालखाने से लोडेड मैगजीन सहित एके – 47 राइफल गायब है तो तत्कालीन थानाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय समेत पूरे पुलिस महकमे की नींद उड़ जाती है एवं शुरुआत में मामले की गम्भीरता को देखते हुए उक्त बात को गोपनीय रखते हुए गायब राइफल को ढूंढने की जीतोड़ मेहनत के बाद भी जब सफलता नही मिलती है तो सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी महकमे के आला अफसरों को दी जाती है।
इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए तत्कालीन थानाध्यक्ष सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर जेल भेज दिया गया।

एंटी माइंस टीम सहित एसटीएफ व डॉग स्क्वायड टीम भी रही नाकाम

इटवा थाने से गायब राइफल का मामला सुर्खियों में आने के बाद पुलिस महकमे के उच्चाधिकारियों द्वारा स्पेशल टास्क फोर्स व डॉग स्क्वायड की मदद ली जाती है लेकिन बड़े से बड़े घटनाओं को सुलझाने वाले एसटीएफ व डॉग स्क्वायड की टीम के हाथ यहां असफलता ही हाथ लगती है।

सभी प्रयासों में असफलता ही हाथ लगने से पुलिस अधीक्षक डॉ.धर्मवीर सिंह ने सार्थक सूचना देने वाले को पच्चीस हजार रूपये इनाम की भी घोषणा की है साथ ही साथ तांत्रिकों का भी सहारा ले चुकी है परंतु परिणाम शून्य ही निकला ।

अफवाहों का बाजार गर्म कही नेपाल बॉर्डर पार तो नही पहुंच गया असलहा

राष्ट्र सुरक्षा के बाद एके – 47 राइफल जैसे आधुनिक असलहों का प्रयोग अधिकतर आतंकी संगठन व नक्सलियों द्वारा ही किया जाता है जबकि भारत जैसे देश में सेना के साथ पुलिस व राष्ट्रीय सुरक्षा के अतिरिक्त प्रतिबंधित है इसके बाद भी नक्सलियों व आतंकियों को यह अत्याधुनिक हथियार कहा से प्राप्त होते हैं यह बड़ा सवाल है ?
ऐसे में पुलिस थाने के मालखाने से एके – 47 राइफल गायब हो जाना पुलिस महकमे पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। आगे की जानकारी व पूर्ण विवरण के लिए बने रहिए कपिलवस्तु पोस्ट के साथ

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