बोर्ड परीक्षा में सिद्धार्थनगर की अलमास ख़ान, टॉप 10 में इकलौती मुस्लिम छात्रा

May 2, 2018 1:33 PM0 commentsViews: 1064
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— उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2018 में दसवीं में अलमास ने लखनऊ में पहला रैंक हासिल किया है. साथ ही उत्तर प्रदेश के टॉप 10 की सूची में एकलौती मुस्लिम छात्रा हैं.

अजीत सिंह

अपनी मां केक साथ छात्रा अलमास खान

कहते हैं कि अगर हिम्मत और जज्बा हो तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थ नगर के अकरहरा गांव की साधारण परिवार में पली-बढ़ी अलमास खान ने कुछ ऐसा कर दिखाया है. उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2018 में दसवीं में अलमास ने लखनऊ में पहली रैंक हासिल की है. साथ ही, उत्तर प्रदेश के टॉप 10 की सूची में एकलौती मुस्लिम छात्रा हैं.

16 वर्षीय अलमास उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पब्लिक कालेज की छात्रा हैं और उन्होंने 600 में से 562 अंक प्राप्त कर पूरे प्रदेश में छठे स्थान पर हैं. अलमास ने 93.67 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं. उनके साथ छठे स्थान पर देव, उत्कर्ष यादव, सोमिया सिंह और रेशू यादव हैं.

अलमास के पिता जफर आलम खां खुद भी अध्यापक हैं और जनपद बलरामपुर के उतरौला स्थित मोहम्मद यूसुफ उस्मानी इंटर कॉलेज में उर्दू के अध्यापक हैं जबकि अलमास अपनी मां के साथ उच्च शिक्षा के लिए लखनऊ में रहती हैं. अलमास ने अपनी इस सफलता का सेहरा अपने माता-पिता के सिर बांधा है।

न्यूज 18 से फोन पर बात करते हुए अलमास कहती हैं, एक तरफ मेरे पिता ने मुझे अच्छी शिक्षा के लिए तैयार किया तो वहीं मेरी मां ने शिक्षा के लिए बहुत कुर्बानी दी है. मैं अपने माता-पिता के योगदान को कभी नहीं भूल सकती हूं.

अलमास इस सफलता के बाद इंजीनियर बनना चाहती हैं, लेकिन उनके पिता की इच्छा है कि वह सिविल सर्विसेस में जाएं या फिर पीएचडी करें. अलमास ने कहा कि मैंने अपनी मेहनत से यह सफलता हासिल की है, साथ ही मेरे अध्यापकों ने भी मेरा बहुत सहयोग किया. मुझे उम्मीद है कि मैं भविष्य में भी अपने माता- पिता और विद्यालय का नाम रोशन करुंगी और अपने माता-पिता का गौरव बढ़ाऊंगी.

अलमास के पिता जफर आलम खान ने कहा कि आज मेरी बेटी की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि अगर आप कोई लक्ष्य लेकर चलते हैं, तो उसे हासिल करना नामुमकिन नहीं है. साथ ही, हम आज जितना खुश हैं, भविष्य में इससे ज्यादा उम्मीदें हैं, क्योंकि अभी तो यह सिलसिला प्रारंभ हुआ है. पिता ने साथ ही कहा कि आज जहां पूरे क्षेत्र में शिक्षा का अभाव है वहां जनपद का नाम रोशन करके अलमास ने छात्रों के लिए मिसाल कायम किया है. हम यह भी उम्मीद करते हैं कि अब हमारा क्षेत्र भी शैक्षिक मामलों में आगे बढ़ेगा.

लखनऊ पब्लिक कॉलेज की प्रधानाध्यापक किरन मिश्रा ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा कि सबसे पहले हम अलमास खान और उसके माता-पिता को बधाई देते हैं, क्योंकि उनके संस्कार ने ही उसे प्रतिभाशाली बनाया और उसने हमारे कॉलेज का नाम रोशन किया है, हम सभी इससे बहुत खुश हैं. अलमास हमारी बहुत मेहनत करने वाली बुद्धिमान और प्रतिभाशाली छात्रा है, हम भविष्य में भी उसकी उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं

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