दबंगों के खिलाफ अब तक नहीं लिखी गई रिपोर्ट, 107/116 की घटना में तीन जेल भेजे गये

August 27, 2019 11:39 AM0 commentsViews: 993
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अमित श्रीवास्तव

मिश्रौलिया, सिद्धार्थनगर। पुलिस ने तीन अभियुक्तो को गिरफ्तार जेल भेजा।आपसी विवाद के मामले मे संज्ञेय अपराध घटित होने से रोकने हेतु एवं थाना क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था कायम रखने के अतर्गत धारा 151/107/116 सीआरपीसी में 03   अभियुक्तों को दो अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया । लेकिन रयादा और कमरजहां को पीटने वालों के खिलाफ मुकदमा नहीं लिखा गया।यह कैसी व्यवस्था है कि मुकदमा लिखने के लिए पुलिस अस्पताल में भीर्ती घायल से तहरीर का इंतजार कर रही है।

थाना ध्यक्ष अलोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को थाना क्षेत्र के मधवापुर ग्राम में दो महिला आपस में बकरी चराने को लेकर व पुरानी बातों को लेकर मारपीट की। सौ नंबर की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची तथा चोटिल महिला रशीदा खातून पुत्री नजीर व कमरजहां पुत्री रशीदा खातून निवासी गण मधवापुर कला थाना मिश्रौलिया  को पीआरवी वाहन द्वारा पीएससी बांसी पहुंचाया जहां से दोनो को ईलाज  के लिए जिला चिकित्सालय नौगढ़ रेफर किया गया। किसी पक्ष द्वारा थाना स्थानीय पर कोई तहरीर नहीं दिया गया है। मौके पर शांति व्यवस्था के दृष्टिगत बदरूनिशा पत्नी फैजुर रहमान व सायरा उर्फ नगमा पुत्री फैजुर रहमान निवासी गण मधवापुर कला का 151 सीआरपीसी की कार्रवाई की गई। पीड़ित राशिदा व करमजहां जिला चिकित्सालय में भर्ती हैं। तहरीर मिलने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम मे उ.नि. श्री  गुलाब चंद यादव, महिला आरक्षी साधना मौर्य, कांस्टेबल अशोक शर्मा शामिल रहे।वही एक दूसरे मामले में थाना क्षेत्र के ही मोहम्मद हातिम निवासी धनगढ़वा द्वारा बताया गया कि उनका पुत्र शाहबात उन्हें गाली गुप्ता देता है तथा मारता-पिटता है जिस के संबंध में मौके पर शांति व्यवस्था दृष्टिगत 151 107 16 की कार्रवाई कर न्यायालय भेजा दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मोहम्मद साहबात है।इसे गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक कमलेश कुमार गौड़,उपनिरीक्षक गुलाब चंद यादव,कान्सटेबल अशोक शर्मा शामिल रहे।

गौर तलब है कि रविवार को मधवापुर गाांव की विधवा रशीदा और उसकी बेटी कमर जहां को बांव के दबंगों ने दिनदहाड़े मरपीट कर मरणासन्न कर दिया था। वह घायल होकर सदर अस्पताल में दाखिल हैं और पुलिस मुकदमा लिखने के लिए उनकी तहरीर का इंतजार कर रही है, जाहिर है इससे बदमााशें को ही राहत मिलेगी।

 

 

 

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