कर्मचारी शिक्षक के अस्तित्व की लड़ाई है पुरानी पेंशन- रामकरन गुप्ता

April 4, 2023 9:34 PM0 commentsViews: 174
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अजीत सिंह 

सिद्धार्थनगर। पुरानी पेंशन का कोई विकल्प नहींं है यह कर्मचारियों शिक्षकों के अस्तित्व का जुड़ा मामला है। उक्त विचार कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामकरन गुप्ता ने कही वह मंगलवार को जिला स्पताल के सभाकक्ष में प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर 11 अप्रैल को प्रस्तावित एक दिवसीय धरना, प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के जिला इकाई की बैठक को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि जब कर्मचारी शिक्षक अपनी सेवानिवृत्त के बाद असहाय अवस्था मे होगा तो सरकार से मिलने वाली सहायता पेंशन से भी उसे वंचित कर सरकार कर्मचारियों के मूलभूत अधिकारों से वंचित कर रही है।

संयोजक शिवाकांत पाण्डेय ने कहा कि जब कर्मचारियों को सरकार से सहायता की आवश्यकता है, पेंषन के रुप मे तब सरकार अपने कर्मचारियों को पेंशन से वंचित करके कर्मचारी हित की निर्मम हत्या कर रही है।

प्रमुख मांगो में पुरानी पेंशन वहाली, राष्ट्रीय वेतन आयोग का गठन किये जाने, सरकारी संस्थानों में निजी करण बन्द किये जाने, आउटसोर्सिंग, संविदा, वर्कचार्ज केन्द्र व राज्य द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं में कार्यरत कर्मियों का विनियमितीकरण नीति बनाये जाने, रिक्त पदों को भरे जाने समेत 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 11 अप्रैल को जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना कर मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौपा जाएगा। बैठक में विभागों से आए कर्मचारियों एवं शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

जिलाध्यक्ष रामकरन गुप्ता की अध्यक्षता एवं संयोजक शिवाकांत पाण्डेय के संचालन में हुए बैठक को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष वाई. द्विवेदी, ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार जायसवाल, जिलाध्यक्ष अटेवा बृजेश द्विवेदी,/डीपीए अध्यक्ष डॉ. वाई. पी. यादव, मन्त्री डा. गोविन्द ओझा, जिलामंत्री कैलाश मणि त्रिपाठी, रोडवेज कर्मचारी अध्यक्ष दिनेश चन्द्र मिश्रा, मन्त्री अष्टभुजा पाण्डेय, पशुधन प्रसार अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अरुण  प्रजापति, एनएचएम कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनीष कुमार पाण्डेय, मुकेश कुमार, जय सिंह गुप्ता, पंकज पासवान उपस्थित रहे।

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