बब्बर मलिक के इस्तीफे से डुमरियागंज में सपा को दूसरा झटका, पार्टी में मुस्लिम चेहरे का टोटा

September 15, 2017 12:08 PM0 commentsViews: 1715
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष रहे ताकीब रिज्वी के पार्टी से निष्कासन के बाद  अब महामंत्री सगीर उर्फ बब्बर मलिक के निष्कासन के बाद डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र में सपा को दूसरा झटका लगा है। यह दोनों ही नेता डुमरियागंज के निवासी हैं और अरसे से पार्टी में सक्रिय हैं। उनके इस्तीफे के बाद मुस्लिम बाहुल्य इस क्षेत्र में सपा के पास मुस्लिम चेहरे का टोटा हो गया है।

बता दें कि वर्तमान में डुमरियागंज क्षेत्र में ममसलमानों की आबादी 37 प्रतिशत है। मुस्लिम बेस वाली समाजवादी पार्टी के लिए यह क्षेत्र और इसके मुस्लिम नेता, कार्यकर्ता बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए सपा बसपा और कांग्रेस इस क्षे़त्र में सदा मुस्लिम लीडरशिप को बढवा देती रही हैं। लेकिन गत असेम्बली चुनाव के वक्त से पार्टी नेताओं के लगातार सपा से बाहर होने के कारण सपा का मुस्लिम जनाधार प्रभावित हुआ है। पूर्व मंत्री कमाल यूसुफ के सपा छोड़ने के बाद हुए चुनाव में सपा यहां तीसरे स्थान पर खिसक गई। सपा प्रत्याशी चिनकू यादव के अलावा अगर कोई अन्य प्रत्याशी होता तो पूरी दुर्गति तय थी।

विधानसभा चुनावों के बाद सपा को मजबूती के लिए मुस्लिम की तादाद बढ़ाने की आश्यकता थी परन्तु ब्लाक प्रमुख के अविश्वासमत के ठीक पहले डुमरियागंज के प्रमुख सपा नेता और उपाध्यक्ष ताकीब रिज्वी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद उसी चुनाव को आधार बना कर बब्बर मलिक का इस्तीफा देना नुकसानदेह साबित हो सकता है। वर्तमान में उपाध्यक्ष अफसररिजवी ही डुमरियागंज में सपा का एक मात्र परिचित चेहरा हैं।

हालांकि बब्बर मलिक का कहना है कि उनके भाई जुल्फिकार उर्फ तैयन मलिक ने ब्लाक प्रमुख प्रकरण में सपा के विरोध में मत दिया, इसलिए उन्होंने नैतिक दायित्व के तहत इस्तीफा दिया। लेकिन सूत्र बताते हैं कि यह तो इस्तीफे का बहाना मात्र है। असलियत यह है कि उनके और सपा नेता चिनकू यादव के बीच कोई पेंच है, जिसके आधार पर उन्होंने त्यागपत्र दिया।एक जिम्मदार सूत्र ने बताया कि  चिनकू यादव के पिता और ब्लाक प्रमुख मिठ्ठू यादव प्रकरण में दो माह तक चली सियासी जंग में चिनकू यादव और बब्बर मलिक कभी एक साथ नहीं दिखे।इसलिए असली वजह कुछ और है, जिसके बारे में दोनों पक्ष चुप हैं।

बहारहाल विधानसभा चुनाव से अब तक डुमरियागंज सपा से कमाल यूसुफ, इरफान मलिक, सलमान मलिक, ताकीब रिजवी के अब बब्बर मलिक के इस्तीफके के बाद वहां की स्थानीय राजनीति में सपा के पास मुस्लिम चेहरों का टोटा पड़गया है। 37 फीसदी आबादी वाले क्षेत्र में सपा के लिए मुस्लिमचेहरों कोसामने लाना जरूरी है। फिलहाल अभी तो कोई चेहरा मिलने की उम्मीद नहीं है। वहां सपा को मुस्लिम चेहरे के तलाश की कवायद और तेज करनी पड़ेगी।

 

 

 

 

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