बेसिक शिक्षा में चमत्कारी तकनीक, ईटों की बीम बना रहे विद्यालय भवन
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। बेसिक शिक्षा में स्कूल बनाने की एक नई तकनीक का इजाद कर लिया गया है। इस तकनीक में भवनों के बीम ढालने में गिट्टी, सीमेंट के साथ सरिया को जाम करने की जगह ईंट डाला जा रहा है। इस तकनीक का ताजा प्रयोग डुमरियागंज ब्लाक के ग्राम देईपार स्थित पीएमश्री विद्यालय में किया जा रहा है। ग्रामीणों ने इस प्रकरण की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को दे दी है। सभी ने जिलाधिकारी से इस प्रकरण की जांच की मांग की है।
ग्राम देईपार में पीएमश्री उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक सप्ताह पूर्व एक कम्प्यूटर कक्ष का निर्माण किया जा रहा था। भवन का छत लगााने से पहले बीम बांधी जानी थी। आम अदमी भी जानता है कि बीम बांधने में गिट्टी और सरिया सीमेंट का प्रयोग होता है। लेकिन उस विद्यालय की बीम में गिट्टी की जागह साधारण ईंटें डाल कर बीम बना दी गई है। अब ईट से बांधी गई बीम पर छत कितने दिन टिकेगी, इसे समझा जा सकता है।
इस बारे में गांव के महेश, सुखराम, आदि ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य का याह कारनामा बच्चों के लिए खतरनाक है। जबकि प्रधान प्रतिनिधि विनीत कुमार ने कहा कि उन्होंने इसकी जांच के लिए विभाग को पत्र दे दिया है, सवाल स्कूल की गुणवत्ता के साथ बच्चों के जीवन पर मंडराने वाले संकट का भी है।
प्रधानाचार्य ने क्या कहा—-
इस बारे में विद्यालय के प्रधानाचार्य नंदलाल मौर्य का कहना है कि आरोप गलत है। जो ईंटे बीम के स्थन पर लगी बतााई जा रही हैं, दर असल वह बीम का फर्मा मोटा होने के कारण लगााई गई अतिरिक्त ईंटें हैं। निर्माण में कोई गड़बडी नहीं की गईं।