पिपरा मुर्गिहवा के वोटरों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान

October 11, 2015 1:39 PM3 commentsViews: 568
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हमीद खान

विरोध प्रदर्शन करते पिपरा मुर्गिहवा के ग्रामीण

विरोध प्रदर्शन करते पिपरा मुर्गिहवा के ग्रामीण

भवन होने के बावजूद दूसरे गांव मे मतदान केन्द्र बना देने से नाराज पिपरा मुर्गिहवा गांव के वोटरों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया है।

पिपरा मुर्गिहवा के निजामुद्दीन, अब्दुल खालिक, मंगरे, राज मोहम्मद आदि की शिकायत है कि पहले पिपरा मुर्गिहवा में अमौना राजस्व ग्राम के रूप में शामिल था।

पिपरा मुर्गिहवा के लोग अमौना में मतदान करने जाते थे। अब नये परिसीमन में अमौना को नई ग्राम पंचायत का दर्जा मिल गया है।
वोटरों का कहना है कि उनके गांव में कुल 12 सौ वोटर हैं। जिनके लिए गांव में मतदान केंन्द्र बना था, जिसे एक सप्ताह पूर्व समाप्त कर दिया गया। इसलिए अब अमौना में वोट डालने का कोई मतलब नहीं है।

वोटरों के मताबिक पिपरा मुर्गिहवा में मतदान केन्द्र बनाने के लिये एक शिकायती पत्र दिया गया था। जिम्मेदार अधिकारियों ने इस मांग को मान कर ग्राम पिपरा मुर्गिहवा के मदरसा मोहम्मदिया में मतदान केन्द्र बनाया था।

एक सप्ताह पूर्व इस केन्द्र को हटा कर फिर ग्राम अमौना को मतदान केन्द्र बना दिया गया है। इसलिए अगर पिपरा मुर्गिहवा में मतदान केन्द्र नहीं बना तो सभी ग्रामवासी मतदान का बहिष्कार करेंगे।

इस सम्बंध में उपजिला अधिकारी इटवा जुबैर बेग ने बताया कि ग्राम पिपरा मुर्गिहवा में कोई सरकारी भवन नहीं है। चुनाव आयोग के अनुसार किसी निजी भवन को मतदान केन्द्र नहीं बनाया जा सकता है।

3 Comments

  • Mere khayaal se aap jo kar rahe hain woh bilkul sahi hai, lekin aap logo ko Pehle Sochna chahiye tha Jab pichhle sal ki pradhani thi US time polling booth banana chahiye tha lekin aap logo Ne Aisa kuch bhi nahi kiya.ho sakta hai ab ki baar ban jaye, Khuda Aap Ki madad Kare

    • कपिलवस्तु पोस्ट की खबर का असर हुआ। वहां पोलिंग स्टेशन बनाने की बात मान ली गई है।

  • पिछले चुनाव में दोनों गांव की प्रधानी एकसाथ थी मगर इस बार अलग होने की वजह से हम लोग दूसरे गांव क्यों जाये वोट देने।
    इस बार हमारा संघर्ष रंग लाया और पोलिंग बूथ अपने गांव में ही बनने जा रहा है ।
    कल अपने गांव के मदरसे में ही वोट डाला जायेगा।

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