जिला अस्पताल में आक्सीजन की कमी से चार कोरोना पीड़ितों की मौत , डुमरियागंज में कम्प्यूटर बाबू भी नहीं रहे

May 4, 2021 4:07 PM0 commentsViews: 1805
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। स्वास्थ्य मंत्री के गृहजनपद के कोविड के दौरान आक्सीजन की कमी ह़ोने से चार लोगों ने अस्पताल में तड़प कर दम तोड़ दिया। इस घटना से जिला अस्पताल में हंगामा मच गया। मृतकों के परिजनों ने चीखपुकार के दौरान स्वास्थ्य प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद वहां लोगों की भीड़ बढ़ने लगी और लोग अस्पताल के प्रति नाराजगी  व्यक्त करने लगे।घटना की खबर पाकर मौके पर डीएम भी पहुंच गये। जिला अस्पताल के सीएमएस ने इन मौतो को आक्सीन की कमी से मौत मानने से इनकार किया है।

बताया जाता है कि आज आज सुबह १० बजे के आस पास सिद्धार्थनगर जिला अस्पाताल में एक एक कर चार मरीजों ने दम तोड़ दिया। चारों मरीज कोरोना एल टू वार्ड में भरती थे। मृतकों में दो पुरुष और दो महिला हैं। एक मरीज ने तो टायलेट में गिरने के बाद दम तोड़ा।परिजनों के अनुसार उनकी कोई देखभल नहीं हो रही थी। मरने के बाद जब एक मरीज के परिजन ने अस्पाताल से ही एक विडियो जारी किया तो मामले का खुलासा हुआ। दूसरी तरफ अस्पता प्रशासन का कहना है कि मरीजों को ष्वांस लेने में कठिनाई थी। इसलिए उनक मौ हार्ट अटैक से हुई। वह आक्सीजन की कमी से हई मौत से इंकार करते हैं।

बहरहाल जब अस्पताल के गुस्साए लोगों की भीड़ बढ़ने लगी तो मौके पर जिलाधिकारी दीपक मीणा भी मय फोर्स पहुंचे। उन्होंने भी लोगों से वही बात कही जो उन्हें अस्पताल सीएमएस द्धारा बताई गई थी। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि इस मामले की जांच होगी और अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। फिलहाल कोविड वार्ड में कोई नहीं जा रहा है। और टस्पताल प्रशासन कोई अतिरिक्त जानकारी देने में कतरा रहा है।

इस बारे में सबसे राेचक तथ्य यह है कि चारों मरीज कोविड वार्ड में थे। उन्हें चारों को संस  की भी शिकायत थी और अचानक चारों को हार्ट अटैक का दौरा पड़ गया और चारों ही एक साथ मर गये। आजकल पूरे जिले में कोविड के बजाए हार्ट हटैक से मरने की खबरें आने लगी है।  जैसे महामारी कोविड की नहीं हुदय गति की हो। आरोप है कि यह सब कोविड से हुई मौतों को छिपाने की एक चाल है। ऐसा कर चिकित्सक सरकार को गुमराह करने में लगे हैं।

अस्पताल प्रशासन के इस तर्क के विपरीत एक मरीज के पुत्र अजय यादव का कहना है कि उसके पिता ठीक ठाक थे। आज सुबह उनके ४५ वर्षीय पिता की आक्सीजन बंद हो गई उसके बाद उनकी मौत हो गई। वह नहीं बता सका की आक्सीजन की सप्लाई बंद की गई थी या अपने आप खत्म हो गई थी।  बहरहाल प्रशासन असलियत को छिपाने में लगा है। गत सप्ताह शोहरतगढ़ में भी इसी प्रकार दो लोगों की मोत हुई थी। डा. हर ऐसी मौत को हृदय गति रुकने से हुई मौत बता कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं हैं।

कम्प्यूटर बाबू की मौत

एक अन्य समाचार के अनुसार नगर पंचायत डुमरियागंज में कंप्यूटर बाबू के पद पर काम कर रहे कुड़ी निवासी देव प्रकाश श्रीवास्तव की करोना से मौत हो गई। वह पिछले 9 दिन से कैली हॉस्पिटल बस्ती में थे भर्ती आज सुबह 9 बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली। इस खबर से डुमरियागंज नगरपंचायत में शोक का माहौल है। वह अभी २८ साल के थे

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