मस्जिदों में तो नहीं हुई जुमा अलविदा की सामूहिक नमाज मगर बाजारों में हजारों की यह भीड़ कैसी थी

May 9, 2021 12:04 PM0 commentsViews: 63
Share news

व्यावसायिक स्थलों पर पुलिस झांकने नहीं जाती लेकिन मस्जिदों पर पहरे और  मोहल्लों में दरोगा जी डंडा पीटते देखे जाते हैं

निज़ाम अंसारी

 

सिद्धार्थनगर। शुक्रवार को कोरोना संक्रमण की वजह से जुमा अलविदा की नमाज़ जिले की मस्जिदों में अदा न की जा सकी।  जिला मुख्यालय समेत नगर पंचायत शोहरतगढ़  की जामा मस्जिदों में नमाज़ नहीं हुई तथा यही हाल अन्य जगह भी रहा। कोरोना महामारी से पहले के वर्षों में जुमा अलविदा की नमाज अदा करने को लेकर काफ़ी चहल पहल रहती थी। कोरोना ने लोगों को सामाजिक दूरी बनाने के लिए मजबूर कर दिया है, ताकि संक्रमण से बचा और दूसरों को बचााया जा सके।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए इस बार लोगों ने मस्जिदों का रुख नहीं किया और घरों पर ही इबादत में समय व्यतीत किया। जामा मस्जिद शोहरतगढ़ के इमाम मौलाना अब्दुल्लाह आरिफ़ सिद्दीकी इमाम ने कहा कि बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। नियम का पालन सभी को करना चाहिए। जागरूकता और सतर्कता से ही लोग बीमारी से बच सकते हैं। सामाजिक दूरी का पालन खास तौर से किया जाए, साथ ही साथ सभी को चाहिए कि मुंह पर मास्क को जरूर लगाएं और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से खुद परहेज करें।

जामा मस्जिद कमेटी प्रमुख नवाब खान ने कहा कि सरकार को हर बार ऐसा क्यों लगता है कि इस देश में खुशी और गम का जिम्मेदार मुसलमान ही क्यों है। आज जुमा अलविदा की बहुत बड़ी नमाज़ प्रशासन ने नहीं होने दिया और बाजारों में जो भीड़ है वह जिम्मेदार नहीं । इस देश की विडंबना है एक आदेश को दो तरह से लागू करने का। मस्जिद में हम साफ सुथरे ढंग से जाते है। अल्लाह से गिड़गिड़ाते है, रोते हैं। अपने गुनाहों की माफी मांगते है।इबादत करते हैं।  हमें हमारा खुदा इस बीमारी से निजात दिलाये, सभी को खुशियां अता करे। सभी को बीमारी से बचाये। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक स्थलों पर पुलिस झांकने नहीं जाती लेकिन मस्जिदों पर पहरे और मोहल्लों में दरोगा जी डंडा पीटते जरूर देखे जाते हैं।

पूर्व नौसेना अधिकारी गोपाल प्रसाद ने कहा कि कोरोना एक महामारी है। इसकी घोषणा पहले से ही हो चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव जरूरी है। ऐसे में हर वह उपाय सही ढंग से लागू होने चाहिये, जिससे कोरोना संक्रमण न फैले। बाजारों में बढ़ती भीड़ से दुखी हूं आशा करता हूँ कि सभी लोग जागरूक होकर कोरोना जंग की लड़ाई में सहयोग कर जीत दिलाएंगे।

सभासद संजीव जायसवाल ने अपने बयान में कहा कि भीड़ को देखते हुये प्रशासन को गाइड लाइन का कड़ाई से पालन कराना चाहिये। बाज़ार, चौराहा, दुकानों पर काफ़ी भीड़ रहती है। बढ़ रही भीड़ की लापरवाही एक बड़ी मुसीबत को बुलावा दे रही है। हर जगह कोविड-19 नियम का पालन होना चाहिए। सिर्फ एक दो जगह पर पालन होने से कुछ नहीं हो सकता।

 

 

Leave a Reply