मतगणना को लेकर उम्मीदवारों की नीदें हराम, रविवार को होगा कहीं खुशी-कहीं गम का माहौल
नजीर मलिक
जिला एव क्षेत्र पंचायत में वोटों की गिनती के लिए घड़ी की सूइयां उलटी दिशा को चल चुकी हैं। गिनती का वक्त सर पर खड़ा देख, चुनाव को प्रतिष्ठा मान कर मैदान में उतरने वाले तगड़े उम्मीदवारों की नींदे भी हराम हो चुकी हैं। गिनती रविवार सुबह आठ बजे शुरू होगी और दोपहर बाद से कहीं खुशी कहीं गम की खबरें मिलनी शुरू हो जाएंगी।
डुमरियागंज में सबसे ज्यादा बेचैनी
चुनाव को लेकर सबसे अधिक बेचैनी डुमरियागंज इलाके में है। यहां विधायक कमाल यूसुफ के दो पुत्र इरफान मलिक और सलमान मलिक, पूर्व विधायक स्व. तौफीक मलिक के भाई अयूब उर्फ चिन्ने मलिक, सपा के तेज तर्रार नेता चिनकू यादव की पत्नी पूजा यादव, उनके भाई छोटे यादव, सपा के वरिष्ठ नेता अफसर रिजवी, कांग्रेस नेता सच्चिदानंद पांडेय की पत्नी काति पांडेय के खेमे में भारी बेचैनी है।
वजह यह है कि इरफान मलिक, अफसर रिजवी काति पांडेय एक ही वार्ड से प्रत्याशी हैं, तो चिनकू यादव की पत्नी पूजा को आरती वर्मा ने चुनौती देने की कोशिश की है।
इसी तरह शब्लू की पत्नी चंदनी की लड़ाई के भी चर्चे हैं। सबके समर्थक चुनाव बाद से ही वोटों के गुणाभाग में फंसे थे, लेकिन कोई भी जीत को लेकर निश्चिंत नहीं है। यही वजह है कि इन सबकी नीदें उड़ी हुई हैं। दिलों में एक ही खौफ है कि अगर हार गये तो क्या होगा।
दरअसल डुमरियागंज में चुनाव की हार-जीत को आन बान से जोड़ने की प्रथा चल पड़ी है। यही वजह है कि यहां चुनावी टेंशन अधिक है। मलिक कमाल यूसुफ विधायक, बसपा नेता सैयदा मलिक और सपा के राम कुमार उर्फ चिनकू यादव के कार्यालयों पर गहमा गहमी है। कार्यकर्ता समर्थक अंतिम गुणा भाग में व्यस्त हैं।
सदर इलाके में भी दिख रही बेचैनी
सिद्धार्थनगर सदर तहसील में लड़ाई को लेकर आशंकाएं दिख रही हैं। यहां सदर विधायक विजय पासवान के चार परिजन मैदान में हैं। उनकी भाभी पियारी देवी को विघायक की भतीजी शांति देवी ने जबरदस्त चुनौती दी है। उनके भाई चुनाव में पीछे नजर आ रहे हैं। इंजीनियर अब्दुल अलीम के आवास पर लोग राहत में हैं। शाायद उन्हें जीत का भरोसा अधिक है।
विधायक पासवान की की पत्नी मंजू पासवान जरूर कुछ राहत में हो सकती हैं। समाचार लिखे जाने तक उनके कार्यालय पर जीत हार को लेकर माथा पच्ची जारी है। बेचैनी सबके चेहरों पर है।
नौगढ़ ब्लाक में नगरपालिका अध्यक्ष मोहम्मद जमील सिददृीकी के भाई शफीक अहमद और वरिष्ठ नेता अली अहमद के बेटे सादिक अहमद के बीडीसी चुनाव पर सबकी नजरें हैं। दोनों ब्लाक प्रमुख का चुनाव ल़डने के दावेदार हैं।
इटवा भी अछूता नहीं
इटवा तहसील में सियासी गर्मी कम है, मगर चिंताएं तो हैं ही। यहां विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के करीबी राजेन्द्र जायसवाल की माता का जीतना तय माना जा रहा है, तो बसपा नेता कमाल अहमद के अलावा कांग्रेस जिला अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद तिवारी के बेटे, पूर्व सांसद रामपाल सिंह की बहू और पूर्व प्रमुख कमाल अहमद के खेमों में भी चुनाव को लेकर चर्चाएं जारी हैं।
मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी। उम्मीद है कि अपरान्ह तीन से चार के बीच चुनावों के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। मगर इस दौरान उम्मीदवारों पर क्या गुजरेगी, इसका बयान थोड़ा मुश्किल है।