आलू की फसल पर पाले का संकट, किसान चितिंत

December 8, 2016 3:31 PM0 commentsViews: 383
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संजीव श्रीवास्तव

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सिद्धार्थनगर। जिले में चार दिनों से जारी भीषण ठंड और शीतलहर से आलू की फसल पर पाले का संकट पैदा हो गया है। इससे किसानों की चिंता काफी बढ़ गयी है। कृषि विशेषज्ञ भी किसानों की चिंता को जायज बताते हुए कहते है कि अगर ऐसी ही शीत लहर सप्ताह या उससे अधिक दिन तक बनी रही, तो आलू पाले का शिकार हो जायेगा।

मालूम हो कि हर वर्ष  शीत लहर का प्रकोप दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह में होता था, मगर इस साल शीतलहर जल्दी आरम्भ हो गयी। वैसे भी आलू की बुवाई नवम्बर माह में हुई थी। अभी पौधे ठीक से बढ़ भी नहीं पाये थे, कि भीषण कोहरा पड़ने लगा। इससे गलन बढ़ गयी।

शीतलहर और गलन के कारण पौधों का विकास थम गया और आलू की फसल पर पाले का ग्रहण लगने की आशंका उत्पन्न हो गयी। ग्राम दतरंगवा के रामसुभग, चैतू, गामे आदि किसानों का कहना है कि उनके आलू के खेतों पर पाले का असर दिखायी देने लगा है। अब अगर जल्द मौसम में बदलाव नहीं हुआ, तो उनकी यह नकदी फसल चौपट हो जायेगी।

कृषि विशेषज्ञ डा अरविंद सिंह का कहना है कि इस साल ठंड जल्दी पड़ने लगी है। इसका सर्वाधिक दुष्परिणाम आलू की फसल पर है। आलू के पौधे काले होने लगे है और उनका विकास भी रुक गया है। उन्होंने कहा कि यदि इसी प्रकार का मौसम सप्ताह भर और रहा, तो जिले में आलू की फसल चौपट हो जायेगी।

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