प्रवासी ग्रामीणों से संक्रमण फैलने को लेकर भयभीत हैं बृजमनगंज के लोग, बढ़ रहे आलोचना के स्वर

May 13, 2020 1:24 PM0 commentsViews: 393
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एस.पी. श्रीवास्तव

बृजमनगंज, महाराजगंज। बृजमनगंज कस्बे में बिगत दो दिनों से सैकड़ो की संख्या में देश के अन्य प्रांतों से आये लोगो ने कस्बे वासियो की दिलों की धड़कन तेज कर दी है।रविवार देर रात से ही महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व दिल्ली से आये मजदुरों का रेला  नगर में भ्रमण कर रहा है। कस्बे में रह रहे लोगों को भय सता रहा है कि बाहर से आये मजदुर कहीं संक्रमण न फैला दे।

लोगों ने दबी जुबान से सरकार व प्रशासन दोनों पर सवाल उठाना चालू कर दिया है। लोगों का कहना है महीनों से हम कोरोना महामारी को लेकर सरकार के हर निर्णय को अपना कर्तब्य समझ कर घरों में रह रहे हैं। घरों में जो भी रूखा सूखा था, खा कर अपना और अपने परिवार को सुरक्षित रखा लेकिन हमारी उम्मीदों पर सरकार ने पानी फेर दिया। जब ऐसा ही सरकार को करना था तो इतने दिनों से घरों में कैद करा कर हमें क्यों भुखमरी पर मजबूर किया है। उनका कहना है नगर में घूम रहे बाहर से आये मजदूर नगर में संक्रमण फैला सकते हैं । यदि हम घरों में रहे तो भूख से मरेंगे और बाहर संक्रमण से मरेंगे।अब हमरा सरकार व प्रसाशन दोनों से भरोसा खत्म हो गया है।

इस बाबत बाहर से आये मजदूर गुजरोलीया निवसी राकेश गुप्ता, इलहाबास निवासी राजू, जगदीश, वंशीधर, शुहैल, सद्दाम व अनूपपुर निवाशी रामनेवास सहित दर्जनों मजदूरों ने बताया की   हमलोग हफतों पैदल चलकर यहा तक पहुंचे हैं। पुलिस के डंडे व गाली खाये। भूख प्यास से तड़पते  रहे। कहीं कहीं पर कुछ भले लोगों ने रोक कर भोजन कराया। वहीं हैदराबाद से आये मनोज, रमेश और महेंद्र ने बताया कि हमलोग यह तक आने ओं 55 हजार रुपये खर्च कर दिए। जगह जगह लोगों ने हमारा शोषण किया। भगवान ऐसा दिन दुश्मन को न दिखाए।

वहीं प्रसासन  समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इनका स्वास्थ्य परीक्षण करा कर घर पर रहने को दिशा निर्देश देकर  उन्हें पंजीकृत कर रवाना कर दे रही है । जिसको लेकर नगर में भय ब्यापत है कि जब ये लोग घरों में रहेंगे तो ये मनमानी जरूर करेगे और एक को संक्रमण होगा तो अपने परिवार व गांव के लोगो को संक्रमित करेगा। फिर वही लोग जब कस्बे में आयंगे तो अनगिनत को संक्रमित कर कोरोना महामारी के चपेट में ला खड़ा करेंगे। सरकार व प्रशासन के इस रवैए से लोगो में आक्रोश है जो कभी भी फूट सकता है। सरकार की क्या मंशा है, यह तो आने वाला समय बतायेगा।  फिलहाल कस्बावासियों मे भय व्याप्त है।

 

 

 

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