फार्च्यूनर- रिवालवर चोरी प्रकरण में सामने आ रहे नये नये रहस्य?

May 20, 2025 12:23 PM0 commentsViews: 762
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कार लिफ्टर और कार के पुराने मालिक में क्या है रिश्ता? कार-रिवाल्वर

की बरामदगी के बाद अब वादी इसरार को क्यों प्रताड़ित कर रही पुलिस?

 

नजीर मलिक

पूर्व जिला पंचायत सदस्य इसरार अहमद

सिद्धार्थनगर। कार और रिवाल्वर चोरी के मामले में अब तरह तरह के रहस्य सामने आने लगे हैं। सोमवार को जिला पंचायत सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कप्तान से मुलाकात कर एसओजी प्रभारी एवं इटवा पुलिस पर जिस प्रकार का आरोप लगाया है उससे एक बार फिर इस  आशंका को बल मिलता है कि वाकई साजिश की जड़ें गहरी हैं। प्रतिनिधि मंडल ने एसपी को बताया कि  रिवाल्वर चोरी के मामले में दोनों पुलिस टीमें उन्हें प्रताड़ित कर रही हैं। उनका ही सामान ोरी हुआ औ उनका ही उत्चीड़़न हो रहा है।प्रतिनिधिमंडल ने मामले की जांच कराकर दोषी पुलिस कर्मियों को निलम्बित एवं उन पर अभियोग पंजीकृत करने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में हरिशंकर सिंह, सुखराज यादव, इजहार अहमद, परवेज अहमद, कमल किशोर उर्फ गुडडू एवं रमजान अली आदि जिला पंचायत सदस्य शामिल रहें।

एसपी को डेलीगेशन द्धारा दिये ज्ञापन मे कहा गया है कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य इसरार अहमद जो कि ग्राम-झकहिया थाना-कठेला समय माता के निवासी है इनके पुत्र इजहार अहमद जो वर्तमान समय में जिला पचायत सदस्य है। 21 मार्च को रात लगभग 8 बजे वह मस्जिद के सामने अपनी फाच्र्यूनर कार के खडी कर नमाज पढने गये थे। गाडी में इजहार अहमद का मोबाइल व लाइसेन्सी रिवाल्वर भी स्खा हुआ था जो गाडी सहित चोरी हो गया। चोरी गयी वस्तुओं की बरामदगी के बाद एसओजी प्रभारी हरिओम कुशवाहा व उनकी टीम मौजूद थी। एसओजी प्रभारी व थाना-इटवा की पुलिस द्वारा इजहार अहमद को बुलाया और लगातार 30 घंटें तक पूछ-ताछ के बहाने काफी प्रताडित किया गया व एसओजी प्रभारी द्वारा मारा पीटा भी गया।  जो कि गलत है। प्रतिनिधिमंडल ने मामले की जांच कराकर दोषी पुलिस कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

दरअसल इस प्रकरण में एक पुरानी दुश्मनी काम कर रही है। उन्हीं दुश्मनों ने पुलिस को प्रभाव में लेकर सारी साजिश रची है, ऐसा माना जा रह है। स्वयं इजहार अहमद का कहना है कि जब गाड़ी और रिवाल्वर पुलिस ने बरामद कर वाहन लिफ्टर को गिरफ्तार कर लिया तो उनके विरोधियों ने पुलिस की टीम के सहारे इस पूरे मामले काो फर्जी साबित करा कर उनके बेटे को ही फंसाने की चाल चल रही है।Lसहा यह बताना जरूरी है कि कार लिफ्टर और कार के पुराने मालिक में भी रिश्ते की बात की चर्चाएं हैं।  फिलहाल एसपी ने पूरे मामले की जांच सीओ इटवा से कराने का आदेश दिया है। अब देखना है कि जांच का नतीजा क्या निकलता है।

 

 

 

 

 

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