ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को विस्तारित करने के लिए केशव मौर्य ने स्टार्ट किया विद्युत सखी पोर्टल

July 7, 2022 7:23 PM0 commentsViews: 295
Share news

केशव मौर्य मे कह-

सौर ऊर्जा प्राकृतिक प्रकाश के साथ जीने का एक सशक्त माध्यम

गांवों को सौर ऊर्जा से जगमग करेंगी समूहों की महिलायें

विजय कुमार मिश्रा

सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रेरणा ओजस कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा राज्य मंत्री ग्राम्य विकास श्रीमती विजय लक्ष्मी की अध्यक्षता में आजीविका मिशन तथा एशिया की अग्रणी संस्था काउंसिल फार एनर्जी एनवायरमेंट एण्ड वाटर, एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड तथा क्लीन के साथ बुधवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सभागार में एमओयू हस्ताक्षर से संबंधित कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री द्वारा विद्युत सखी पोर्टल का शुभारम्भ भी किया गया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आजीविका मिशन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को विस्तारित करने के लिए प्रेरणा ओजस के अन्तर्गत किये जा रहे एमओयू से ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार के साथ ही आर्थिक उन्नति का रास्ता भी प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के प्रयोग से पर्यावरण को संरक्षित करने के साथ ही प्रकृति द्वारा उत्पादित खनिज सम्पदा की रक्षा भी होगी।

 

डा. मनोज कुमार सूचना अधिकारी ग्राम्य विकास द्वारा प्राप्त समाचार के अनुसार केशव मौर्य ने कहा कि जिन संस्थाओं के साथ एमओयू हो रहा है वह देश की अग्रणी संस्थायें हैं जो सौर ऊर्जा को विस्तारित करते हुए आमजन को इसके प्रयोग के लिए प्रेरित कर रही हैं। सौर ऊर्जा के प्रयोग से जहां बिजली की खपत कम होगी और आम जनमानस को प्राकृतिक रूप से उत्पन्न किये गये प्रकाश का लाभ मिलेगा। सौर ऊर्जा प्राकृतिक प्रकाश के साथ जीने का एक सशक्त माध्यम है।

 

राज्यमंत्री ग्राम्य विकास विजय लक्ष्मी गौतम ने कहा कि सूर्य की ऊर्जा को एकत्रित कर सौर ऊर्जा को उत्पन्न किया जाता है इससे स्पष्ट है कि आने वाले समय में ग्रामीण महिलायें पूरे प्रदेश में सौर शक्ति का प्रतीक बनेंगी। सौर ऊर्जा आदर्श ऊर्जा का स्रोत है जो शुद्धवातावरण के साथ ही साथ पारम्परिक ईंधन को भी बचाता है। सौर ऊर्जा के अधिकाधिक प्रयोग से जलवायु परिवर्तन को भी रोका जा सकता है। स्वयं सहायता समूह की दीदियां स्वच्छ ऊर्जा उपकरणों से जुड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेंगी। आजीविका मिशन द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों में भी सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जायेगा इससे बिजली के बचत के साथ ही महिलाओं को आर्थिक लाभ भी होगा। सौर ऊर्जा के प्रयोग से कार्बन डाइऑसाइड का उत्सर्जन भी कम होगा।

 

मिशन निदेशक भानु चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि काउंसिल फार एनर्जी एनवायरमेंट एण्ड वाटर (सीईईडब्लू) एशिया की अग्रणी संस्थानों में से एक है जो सौर ऊर्जा के उपकरणों को आमजनता को उपलब्ध कराती है। इस संस्था के सहयोग से प्रेरणा ओजस कार्यक्रम के अन्तर्गत आजीविका मिशन से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर ऊर्जा से संचालित होने वाले विभिन्न उत्पदों की बिक्री की जायेगी। इसके लिए सीईईडब्लू द्वारा एक चेन भी विकसित किया जायेगा।

 

श्री गोस्वामी ने बताया कि क्लीन संस्था ओजस कार्यक्रम के लिए सेतु की भूमिका निभायी जायेगी। इस संस्था द्वारा स्वयं सहायत समूह की दीदियों को प्रदेश में सोलर उत्पादक के रूप में विकसित करने हेतु तकनीकी सहयोग प्रदान किया जायेगा तथा इनके द्वारा ओजस शॉप की स्थापना हेतु तकनीकी मदद दी जायेगी। क्लीन संस्था अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र के एकीकरण और विकास के लिए कार्य कर रही है। इस संस्था द्वारा स्वयं सहायता समूह को विकेन्द्रित ऊर्जा उपकरणों के प्रसार हेतु जनपद स्तर पर प्रदर्शन करने हेतु सहायता प्रदान की जायेगी।

 

इस कार्यक्रम में एनर्जी इनवायरमेंट एण्ड वाटर के सीईओ डा. अरूनभा घोष, क्लीन की सीईओ श्रीमती रेखा कृष्णन, एनर्जी एफिसियेंसी सर्विसेज लि. के सीईओ अरूण कुमार मिश्रा तथा विलग्रो के सीईओ श्रीनिवास रामानुजम द्वारा प्रस्तुतीकरण कर संस्थान तथा कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। इस कार्यक्रम का संचालन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्यक्रम संयोजक निशिकांत दीक्षित द्वारा किया गया।

 

इस अवसर पर आजीविका मिशन के संयुक्त निदेशक प्रदीप कुमार, परियोजना प्रबंधक प्रेम कुमार श्रीवास्तव, राज्य परियोजना प्रबंधक आचार्य शेखर, राज्य परियोजना प्रबंधक मो. अर्शी, करूणेश सिन्हा, नवनीत शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

 

Leave a Reply