डीबीटी योजना फेल कर किसानों को मारने पर तुला कृषि विभाग, काला बाजारियों के पौ बारह

December 6, 2015 3:15 PM0 commentsViews: 842
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नजीर मलिक

किसानों के लिए आया गेहूं का उत्तम बीज जो विभाग के बीज गोदामों में डंप है

किसानों के लिए आया गेहूं का उत्तम बीज जो विभाग के बीज गोदामों में डंप है

सिद्धार्थनगर। खरीफ के सूखे से अधमरा हो चुके किसान को जीते जी मार डालने की कृषि विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यानी डीबीटी योजना को विभाग ने जानबूझ कर ठप कर रखा है। इससे किसानों को मजबूरन कालाबाजारियों का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।

जिले में रबी की बुआई क्षेत्र तकरीबन 2 लाख हेक्टेयर है। रबी में गेहूं मटर सहित कई अन्य उपज के लिए सरकार ने किसानों की मदद की खातिर डीबीटी योजना बनाई थी। इसमें किसानों को बीज खरीद पर पचास प्रतिशत अनुदान मिलना था।

शासन ने सिद्धार्थनगर के लिए 14 हजार 8 सौ 60 कुंतल बीज वितरण का लक्ष्य रखा था। जिसका लगभग 50 प्रतिशत अर्थात 8640 कुंतल बीज उसने उपलब्ध भी करा दिया था।

पता चला है कि विभाग ने केवल प्रमुख और सक्षम परिवारों के बीच 2600 कुंतल यानी मात्र 17 प्रतिशत बीज बांट कर शेष को डंप कर दिया। मंशा साफ है कि बीज खरीदने किसान कालाबाजारियों के पास जायेगा। व्यापारी खराब बीज को मनमाने रेट पर बेचेगा। इसमें कृषि विभाग को हिस्सा मिलेगा।

रबी की 75 प्रतिशत बुआई हो चुकी है। बीज भंडारों में बीज भरे हुए हैं। जाहिर है कि विभाग ने किसानों को अधमरा करने की पूरी तैयारी कर ली है। जिले के सत्ता पक्ष के नेता पूरी तरह खमोश हैं। पूर्व विधायक लाल जी यादव ने जरूर इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने का भरोसा दिया है।

क्या है डीबीटी योजना

डीबीटी यानी डाइरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना के तहत हर किसान कृषि विभाग से बीज लेने का अधिकारी है। बीज लेते वक्त उसने शासन द्धारा तय रेट से बीज का मूल्य देना होगा। खरीद के बाद उसका तकरीबन ५० फीसदी सब्सिडी विभाग वरा किसान के एकाडंट में भेजना होगा। लेकिन विभाग ने बीज रहने के बावजूद इसे किसानों को वितरित नहीं किया।

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