बेमिसालः डीएम साहब ने फरियाद लेकर आई युवती से शादी रचा कर समाज में मिसाल कायम किया

November 30, 2017 11:42 AM0 commentsViews: 1502
Share news

एस.दीक्षित

लखनऊ। गाजीपुर में जिलाधिकारी के पद पर रहते समय उनके सामने फरियाद लेकर गई एक युवती को उन्होंने अपना जीवनसाथी बना लिया है। गाजीपुर में तैनाती के समय परवान चढ़ा प्रेम रायबरेली में डीएम के पद पर तैनाती के समय विवाह में बदल गया। इस विवाह की पूरे प्रदेश में चर्चा है।

संजय खत्री ने 29 नवंबर  नई दिल्ली में गाजीपुर की इस युवती के साथ विवाह कर लिया। निकाय चुनाव के आहट के बीच नई दिल्ली गए संजय खत्री ने एक सादे समारोह में गाजीपुर के सामान्य परिवार की इस महिला से विवाह कर लिया। फिलहाल उनका यह विवाह अब बेहद चर्चा का विषय बना है।

किसी आइएएस अधिकारी के विवाह की बात सामने आने पर बड़े समारोह की तस्वीर जेहन में आ जाती है। आप ने अभी तक विवाह के किस्से तो खूब सुने होंगे। इनमें शाही विवाह से लेकर कई तरह के वीआईपी वैवाहिक भी चर्चा में रहते हैं। इन्हीं के बीच अब एक ऐसा विवाह है, जिस सुनकर लोग हैरत में पड़ रहे हैं। विवाह तो एक वीआईपी है, लेकिन उसमें चंद बराती और दू्ल्हा-दुल्हन। बेहद सादे समारोह में नई दिल्ली में रायबरेली के डीएम संजय खत्री एक सामान्य युवती के साथ परिणय सूत्र में बंधे।

डीएम ऑफिस आते-जाते युवती का डीएम से मुलाकात का यह सिलसिला शुरू होने के साथ ही काफी बढ़ता चला गया। बात बढ़ी तो दोनों के बीच प्यार हो गया। प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने एक दूसरे के साथ जीवन भर रहने का वादा किया और पिछले 19 नवंबर को हमेशा के लिए एक दूसरे के साथ सात फेरों में बंध गए। संजय खत्री गाजीपुर में तैनाती के दौरान जिस युवती से मिले थे अब वह उनकी पत्नी हैं। गाजीपुर से तबादले के बाद डीएम ने शादी कर ली है। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी सामान्य परिवार से हैं। संजय खत्री वर्तमान समय में रायबरेली डीएम हैं। अब तो फिलहाल दोनों का विवाह चर्चा का विषय बना है।

गौरतलब है कि डीएम संजय खत्री पर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कई आरोप भी लगाये थे। डीएम के इस प्रकार के बर्ताव की चर्चा पहले भी कैबिनेट मंत्री ने इशारों में की थी। कैबिनेट मंत्री और डीएम संजय को लेकर विवाद बढ़ गया था तब सीएम योगी को बीच में आना पड़ा था। इस प्रकरण पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने इस्तीफा देने की घोषण भी कर दी थी। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में हस्तक्षेप किया था। राजभर ने लखनऊ में आकर मुख्यमंत्री से भेंट भी की थी। इसके बाद प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा से पहले संजय खत्री का तबादला इसी पद पर रायबरेली हो गया था।

 

 

Leave a Reply