मां-भाभी की अर्थियों के फूल से सजेगा शिवानी की शादी का मंडप, 30 को होगी गम के माहौल में शादी

May 27, 2023 12:49 PM0 commentsViews: 1256
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25 मई को हुई मां और भाभी की करंट से मौत, लेकिन हालात ऐसे

की 30 मई को आयेगी बारात व शिवानी को लेने पड़ेगे शादी के फेरे

नजीर मलिक

शोकाकुल चौधरी परिवार को सांत्वना देने पहुंवे पूर्व शिक्षामंत्री सतीश द्धिवेदी

सिद्धार्थनगर। शिवानी दूल्हन बन कर पिया के घर रवाना तो होगी मगर न तो उसकी शादी में शहनाई बजेगी न ही उसके हाथों में मेंहदी ही रची जाएगी। बारातियों का धूम़-धड़ाका भी नहीं होगा। त्रिलोकपुर थाना के बुड्ढी खास गांव में 30 मई को खशियों से भरा एक संस्कर होगा मगर पूरी तरह से गम के माहौल के बीच। दरअसल बीते गुरुवार को शिवानी की मां और भाभी की करंट मौत हो चुकी है। अभी शिवानी की मां और भाभी की चिता की राख भी ठंडी नही हुई है और वह दूल्हन बनने जा रही है। मतलब उसकी शादी तो होगी मगर वह फूलों से नहीं सजेंगे बल्कि यह जेहन में मां और भाभी मां के अर्थियों के फूल होंगे । यही सोच कर वह रो-रो कर कर खुद ही नहीं पूरे गांव को रुला रही है। घर पर रह रह कर उठने वाली शिवानी की चीख से हर किसी की आंखें नम कर रही है।

कैसे हुई दो-दो दर्दनाक मौतें

बुड्ढी खास गांव के बड़े किसान भदई चौधरी की 19 साल की बेटी बेटी शिवानी की 30 मई को शादी होनी है। बृहस्पतिवार रात लगभग साढ़े सात बजे घर में शादी की खुशियों में परिवार के साथ रिश्तेदार तैयारियों में मशगूल थे। इसी दौरान भदई चौधरी की बहू रंजना चौधरी (27 छत पर जाने के लिए उठी। पास में ही लोहे की सीढ़ी रखी थी, जिसमें बिजली का करंट प्रवाहित हो रहा था। अचानक उसके छू जाने से रंजना चीखने के साथ गिर कर बेहोश हो गई। भाग कर उसे देखने गई भदई चौधरी की पत्नी और शिवानी की मां संगीता चौधरी पहुंची तो वह भी करंट के चपेट में आ गईं। चीख सुनकर उनकी बेटी शिवानी पहुंची तो वह चपेट में आने से झटका लगने से घायल हो गई। परिजनों ने गांव में रहने वाले निजी डॉक्टर को बुलाकर दिखाया तो पता चला कि रंजना व संगीता की मौत हो चुकी है। लेकिन शिवानी किसी तरह बच गई। एक साथ घर की दो महिलाओं की मौत की खबर परिवार वालों ने सुनी घर में चीख पुकार मचने के साथ और पूरे गांव में मातम छा गया।

यहां यह बता देना जरूरी है कि घायल शिवानी की शादी की थि पहले से ही तय थी। डाक्टरों ने बताया कि वह शादी की तिथि तक ठीक हो जाएगी। अंत में सभी ने निर्णय लिया कि मां और भाभी की मौत के बावजूद शादी की तिथि टाली न जाए। बल्कि सादे ढंग से विवाह की रीति निभा दी जाये। क्योंकि भविष्य कोई नहीं जान सकता। इस निर्णय के बाद से शिवानी के आंसू थम नहीं रहे। हालांकि लोग उसे समझा कर हार गए हैं।

शिवानी की शादी 30 मई को जनपद के तिघरा घाट निवासी राम रूप चौधरी के बेटे राजकुमार चौधरी से होनी है। शादी होने के कारण हर तरफ हंसी ठिठोली हो रही थी। शिवानी की मां संगीता व भाभी रंजना की मौत का पता चलते ही पल भर में शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। परिजनों के मुताबिक शादी तय तारीख पर सादगी से होगी। बिना शहनाई बजे बिटिया की शादी की जाएगी। कारण टेंट, बावर्ची सहित सभी सट्टा बंधा हुआ है। शादी का सामान भी आ गया है। जो होना था हो गया है, शादी रोकने से कोई फायदा नहीं होगा।

पूर्व शिक्षामंत्री पहुंचे पीड़ित के घर
एक साथ दो महिलाओं की मौत की खबर सुनकर शुक्रवार सुबह दस बजे के करीब पूर्व मंत्री डाॅ. सतीश चंद्र द्विवेदी व एसडीएम इटवा करमेंद्र पीड़ित के घर पहुंचे और घटना की जानकारी लेने के बाद परिवार वालों को ढांढस बंधाया। इस बारे में थाना त्रिलोकपूर के एसओ सूर्यप्रकाश सिंह ने कहा कि परिवार वालों के आग्रह पर सीओ हरिश्चंद्र, लेखपाल यशोदा नंद मिश्र, प्रधान प्रतिनिधि पंकज सिंह की मौजूदगी में पंचनामा कर दोनों महिलाओं का शव रात में ही परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया गया था। शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है।

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