डुमरियागजं ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ शून्य के मुक़ाबले 74 मतों से अविश्वास प्रस्ताव पारित

September 11, 2017 5:26 PM0 commentsViews: 1475
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सपाइयों ने कहा जीत नहीं, प्रशासन ने आतंक फैला कर ज़बरदस्ती हराया, फ़ैसले के ख़िलाफ़ कोर्ट  जायेंगे

नज़ीर मलिक


सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज ब्लॉक प्रमुख मिट्ठू यादव के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव 74 मत से पारित हो गया। प्रस्ताव पारित होने के लिए कुल 71 मतों की ज़रूरत थी। इससे भाजपा सहित बहुजन समाज पार्टी के खेमे में बहुत ख़ुशी है। दूसरी तरफ समाजवावादी पार्टी ने इसे प्रशानिक आतंक के आधार पर छीनी गयी जीत बताया है।

आज डुमरियागंज ब्लॉक के बाहर कड़ी सुरक्षा थी, लेकिन अंदर भारी गहमा गहमी रही। लगभग 11 बजे तक खबर मिली की वहां 74 बीडीसी मेंबर पहुँच चुके हैं। कुछ देर तक लगभग एक दर्जन बीडीसी सदस्य बैठक कक्ष से बाहर रहे। अंत में सभी प्रवेश पाये लोगो को वैध सदस्य माना गया और चर्चा के बाद ब्लाक प्रमुख मिट्ठू यादव के खिलाफ ध्वनिमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया।

अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने की घोषणा के बाद भाजपा खेमे में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। इससे बीजेपी की मानती त्रिपाठी के ब्लॉक प्रमुख बनने का रास्ता साफ हो गया। बताते चलें कि मानती त्रिपाठी, बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेन्द्र मणि त्रिपाठी की बहू हैं। इस प्रस्ताव से बसपा खेमे में भी ख़ुशी है। पूर्व मंत्री मलिक कमाल युसूफ, पूर्व प्रमुख सलमान मलिक आदि बेहद खुश हैं।

अपनी ही आग में जल गई सपा 

ब्लॉक प्रमुख प्रकरण में अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मत देने वाले बीडीसी सदस्यों को पूर्व मंत्री मलिक कमाल युसूफ, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र मणि त्रिपाठी, सहित मलिक इरफान, सलमान मलिक, आदि ने बधाई दी है। पूर्व मंत्री मलिक कमाल युसूफ ने कहा है कि सपा अपनी ही लगाई आग में जल गयी है। 1952 से आज तक के इतिहास में पहली बार सपा प्रमुख के खिलाफ जिस सपाई ने आग लगाई थी, उसकी आंच में आज वो खुद जल गया है।

सरकारी आतंक की जीत
दूसरी तरफ समजवादी पार्टी ने इस फैसले को लोकतंत्र की हत्या बताया है। सपा नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, सांसद अलोक तिवारी, पूर्व विधायक लालजी यादव, विजय पासवान व उग्रसेन सिंह ने कहा कि सपा प्रमुख मिट्ठू यादव के पास बहुमत होने के बावजूद जिस तरह उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कराया गया वो शर्मनाक है। माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि कोर्ट के निर्देश की उपेक्षा कई है, लिहाजा हम हाई कोर्ट में जाएंगे।

नेताओं ने कहा कि ये लोकतांत्रिक नहीं सरकारी आतंक और सरकारी पार्टी की दबंगई की जीत है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है,  लेकिन बसपा ने भाजपा का साथ दे कर अपने को बेनक़ाब कर  है।आज सुबह से ही सपा कार्यालय पर जनता का होजूम था, जो शाम तक वहां डटा रहा। आज परिणाम की घोषणा के   बाद सपाइयों के चेहरे पर उदासी थी जबकि भाजपा ही नहीं हर बसपाई चेहरों पर भी कमल खिला हुआ था ।

 

 

 

 

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