ल्यूकोरिया नामक बीमारी पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रूही परवीन का नजरिया

March 22, 2019 1:45 PM0 commentsViews: 2294
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— स्वस्थ्य परिचर्चा- डॉ ऑफ़ द मंथ डॉ रूही परवीन से बातचीत

 

निज़ाम अंसारी

नारी कुदरत की एक बेहतरीन देन है। एक माँ और एक बीबी के रूप में वह एक परिवार की मुखिया के रूप में जानी जाती है। वह सबको भरपूर समय देती है और खुद अपने लिए समय ही नहीं मिल पाता है। एक तरफ जहाँ वह पूरे परिवार की खुशियों को संजोने का काम करती है तो दूसरी तरफ उसकी अपनी भी परेशानियां है।आज इसी संबंध में हम स्त्री रोगों पर विस्तृत चर्चा डॉ अंसारी हॉस्पिटल की महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रूही परवीन से।

प्रश्न- डॉ साहब लिकोरिया है क्या?

उत्तर- श्वेत प्रदर या सफेद पानी का योनी मार्ग से निकलना लिकोरिया कहलाता है | यह हमेशा रोग का लक्षण नही होता. अधिकतर महिलाएं इस गलत फहमी मे होती है कि सफेद पानी के निकलने से  बदन अथवा शरीर मे कमजोरी आती है, चक्कर आता है, बदन में दर्द होता है| शरीर से काम की संवेदना चली जाती है, ऐसी मान्यता अभी भी महिलाओं में है । लेकिन यह गलत मान्यता है। यह कुदरती रूप से महिलाओं की स्वाभविक प्रक्रिया है,  जो समय समय पर चलती रहती है। घबराने की बिलकुल जरूरत नहीं है महिलाएं अपने भोजन में कैल्शियम और आयरन बढ़ाने वाले सब्जियों और फलों का सेवन  बराबर करें।

सफेद पानी का निकलना दो प्रमुख कारणोंसे होता है। पहला स्वाभाविक प्रक्रिया में सफेद पानी निकलना प्राय: स्त्रियों मे स्वाभाविक रुप से कुछ मात्रा मे होता है| विशेषत: माहवारी (मासिक धर्म) के पूर्व, माहवारी के बाद, अण्डोत्सर्ग के समय और कामेच्छा उद्दिप्त होने पर स्वाभाविक है| इसके लिए कोइ उपचार कि आवश्यकता नही होती| समुपदेशन, सही जानकारी देना पर्याप्त है|।

प्रश्ऩ- लिकोरिया को बीमारी कब मानें ?

उत्तऱ- श्वेत प्रदर या ल्यूकोरिआ या  “सफेद पानी आना” स्त्रिओं का एक रोग तब माना जाता है जब स्त्री-योनि से असामान्य मात्रा में सफेद रंग का गाढा और बदबूदार पानी निकलता है और जिसके कारण वे बहुत क्षीण तथा दुर्बल हो जाती है।

महिलाओं में श्वेत प्रदर रोग आम बात है। ये गुप्तांगों से पानी जैसा बहने वाला स्त्राव होता है। यह खुद कोई रोग नहीं होता, परंतु अन्य कई रोगों के कारण होता है। श्वेत प्रदर वास्तव में एक बीमारी नहीं है बल्कि किसी अन्य योनिगत या गर्भाशयगत व्याधि का लक्षण है; या सामान्यतः प्रजनन अंगों में सूजन का बोधक है।

प्रश्ऩ-अन्य लक्षण क्या है ?

उत्तर- योनि स्थल पर खुजली होना, कमर दर्द होना,चक्कर आना, शरीर की कमजोरी का बना रहना है। सफेद पानी जब भी कामुक उत्तेजना मन में हो तब तब निकलता है चाहे आप विवाहित हो या अविवाहित| बार-बार गर्भपात कराना भी सफेद पानी का एक प्रमुख कारण है।

प्रश्न- असामान्य योनिक स्राव से कैसे बचा जा सकता है? 

उत्तऱ- योनिक स्राव से बचने के लिए जननेन्द्रिय क्षेत्र को साफ और शुष्क रखना जरूरी है। इसके अलावा  सम्भोग, माहवारी अथवा सफ़ेद पानी आने के बाद फिटकरी से साफ़ करें । टेंसन से बचें योन सम्बन्धों से लगने वाले रोगों से बचने और उन्हें फैलने से रोकने के लिए कंडोम का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए।

 

 

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