गंगोत्री स्टेडियम की दशा सुधारने के लिए एक भगीरथ की जरूरत
अजीत सिंह
गोरखपुर।कहते हैं कि गंगा को दिशा देने के लिए भगीरथ को प्रयास करना पड़ा था। इसी तर्ज पर जिले के बड़हलगंज कस्बे में गंगोत्री स्टेडियम की दशा सुधारने के लिए एक भगीरथ प्रयास की जरूरत है। बड़हलगंज के नागरिक यह सवाल पूछते हैं कि अब यहां के गंगोत्री स्टेडियम की दशा सुधारने के लिए आखिर भगीरथ के रूप में कौन सामने आता है?
बड़हलगंज सन 2005 में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री पंडित हरिशंकर तिवारी ने बड़हलगंज में गंगो़ी देवी स्टेडियम का निर्माण करवाया और जनता को समर्पित किया। शुरू में तो यहाँ सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा लेकिन निजाम बदलने के साथ इस पर भी ग्रहण लग गया। कहने को तो स्टेडियम लेकिन इसके टूटे दरवाजे ,खिड़किया ,बेतरतीब खेल के सामान इसकी दुर्दशा की कहानी कह रहे है। स्अेडियत का भवन जर्जर हो चुका है।
वर्तमान में हालत यह है कि र्टैक फील्ड अूट चुके हैं। लाइट पंखों आदि की दर्दशा है। चेंजरू किसी काम का नहीं रह गया है। पहले जहां स्टेडियम में खिलाड़ियों का जमघट लगता था, अब शरायों और जुआरियों के अड्डे के रुप में पहचान बना चुका है।खेल अधिकारी ज्ञर प्रकाश राय भी बेबस हैं। खबर है कि इसके लिए निधि आने के बावजूद कोई खर्च नहीं हुआ।
.रोज सुबह स्टेडियम में जाने वालो में से संजय, मोनू, प्रदीप, इशाक, बबलू, नईम, अमरनाथ, विनोद, जावेद, आदि सैकड़ो ने इसकी बेहतरी की मांग की, जिससे ये फिर से अपने पुराने रूप में लौट सके।
बताते चलें कि गंगोत्री देवी क्षेत्रीय विधायक विनय शंकर तिवारी की दादी का नाम है। इसका निर्माण उनके पिता के मंत्रीकाल में हुआ था। इसलिए बड़हलगंज की जनता को उम्मीद है कि विधायक अपनी पूज्या के नाम से जुडे इस स्टेडियम की दशा सुधारने के लिए जरूर कदम उठायेंगे।