शोहरतगढ़ः भाजपा बदल सकती है अपना दल एस की सीट

December 9, 2021 1:25 PM0 commentsViews: 1024
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भाजपा से गोविंद माधव व सिद्धार्थ चौधरी की तगड़ी दावेदारी के चर्चे, पार्टी जिलाध्यक्ष हैं गोविंद माधव

 

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी और अपना दल का समझौता इस बार भी कायम है, इस लिहाज से विधानसभा सीट पर अपना दल का अधिकार है क्योंकि इस सीट पर वर्तमान में अपना दल एस का विधायक ही काबिज है। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी के दो नेता इस सीट से कमल के टिकट की गंभीर दावेदारी पेश कर रहे हैं। जाहिर है कि इस सीट पर गठबंधन द्धारा फेर बदल मुमकिन है। यादि ऐसी हुआ तो तो अपना दल के स्थानीय विधायक अमर सिंह चौधरी को ठौर ठिकाने को लेकर नये सिरे से रणनीति बनानी पड़ सकती है।

यद्यपि चुनाव तिथि अभी घोषित नहीं हुई है, मगर आगामी फरवरी की किसी तिथि पर चुनाव मुमकिन है। ऐसे में इस सीट से भाजपा के सहयोगी अपना दल एस का कंउीडेट ही उतरेगा। लेकिन भाजपा से टिकट की लाइन में खड़े दो सशक्त दावेदारों के खुल कर सामने आ जाने यह सवाल स्वाभाविक है कि क्या इस बार अपना दल यह सीट भाजपा के लिए छोड़ेगा या उसकी नेता अनुप्रिया पटेल अपने वर्तमान विधायक के टिकट को लेकर अडेंगी?

दरअसल शोहरतगढ़ सीट को लेकर चर्चा को कारण यहां से टिकट के दावेदार सिद्धार्थ चौधरी और भाजपा के जिलाध्यक्ष गोविंद माधव हैं। सिद्धार्थ चौधरी यहां की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना चौधरी के बेटे हैं। साधना चौधरी यहां से कई बार चुनाव हार चुकी हैं। मगर सिद्धार्थ के पीछे उनके मामा और वर्तमान केन्द्रीय मंत्री पंकज चौधरी का वरदहस्त है। बस साधना चौधरी का बार बार चुनाव हारने का रिकार्ड ही उनके मार्ग की एकमात्र बाधा है। फिर भी पंकज चौधरी की ताकत को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।

सूत्र बताते हैं कि टिकट के दूसरे आकांक्षी भाजपा के जिलाध्यक्ष गोविंद माधव हैं। वह एक सफल जिलाध्यक्ष और निष्कलंक व्यक्तित्व के मालिक तो हैं ही, वह छह बार विधायक, मंत्री रहे स्व. धनराज यादव के पुत्र हैं। धनराज यादव जी प्रदेश भाजपा के बड़े स्तंभ थे, संघ में उनका बड़ा सम्मान था। धनराज जी के न रहने के बाद, आज भी प्रदेश के कई दिग्गज नेता गोविंद माधव के समर्थन में खड़े हैं। सूत्र बताते हैं कि गत चुनाव में ही गोविंद का टिकट पक्का था। लेकिन समझौते के कारण अगले चुनाव में टिकट का आश्वासन देकर उन्हें मनाया गया था। इसलिए वे काफी दमदार दावेदार माने जा रहे हैं।

रही बात अपना दल की, तो शोहरतगढ़ से अपना दल के विधायक अमर सिंह चौधरी हैं। इस नाते उनकी दावेदारी स्वाभाविक है। परन्तु भाजपा के दोनों दावेदारों की ताकत को देखते हुए यह सीट अपना दल से वापस लेने की आशंकाएं बनी हुई हैं। इस लिए आशंका के सही साबित होने पर अमर सिंह को अपना ठौर ठिकाना बदलना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि विधायक बनने के कुछ दिनों बाद से ही अमर सिंह ने जिस मुखरता से भाजपा का विरोध करना शुरू किया था भाजपा उसे भूलेगी नहीं। एक भाजपा नेता का कहना है कि शोहरतगढ़ के भाजपा कार्यकर्ता भी उनकी कार्य प्रणाली से आहत हैं। इन सब कारणों से भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है कि इस बार शोहरतगढ़ में कमल जरूर खिलेगा।

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