भाजपा नेता दिलीप चौसिया मुम्बई में मिले, तो क्या था उनकी गुमशुदगी का रहस्य

February 27, 2021 2:23 PM0 commentsViews: 1962
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राम मंदिर के लिए मिले दान को गबन करने के प्रयास की अफवाहों की चर्चा  

 

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। खबर है कि राम मंदिर निर्माण निधि के साथ रहस्यमय हालात में गायब हुए भाजपा नेता और मिठवल मंडल के उपाध्यक्ष दिलीप चौरसिया मिल गये हैं। वह मुम्बई में अपने भाई के घर सुरक्षित हैं। खबर है कि दान के रूपये भी उनके पास हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि उनके अचानयक गायब हो जाने के पीछे कौन सा राज छिपा है। आखिर वह सड़क पर बाइक, मोबाइल, चप्पल आदि छोड़  कर कैसे मुम्बई पहुंच गये। इस बारे में क्षेत्र में  तरह तरह की चर्चाएं चल रहीं हैं।

इस सम्बंध में खबर मिली है कि भाजपा नेता के साथ न कोई हादसा हुआ है न ही वह कहीं गायब हुए हैं। बल्कि कि वह इस वक्त मुम्बई में अपने भाई के साथ रह रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि वह बुधवार को राम मंदिर के लिए दान में मिले 44 हजार रुपये की रकम पार्टी कोष में जमा करने के लिए तिलौली  निकले , मगर वह वहां नहीं पहुंचे। उनकी बाइक, मोबाइल, बेल्ट आदि सड़क पर फेके हुए मिले । जिससे प्रतीत होता था कि उनके साथ अनहोनी हुई है। इस घटना से पूरे जिले में हडकंप में मच जाने के बाद मौके पर आईजी बस्ती ने मामले की जाँच करने आये थे ।

अब अगर दिलीप चौरिसया अगर मुम्बई में सही सलामत है और पार्टी के रुपये भी सुरक्षित है तो सवाल है कि उनके सामानों को सड़क पर फेंकना क्या किसी नाटक का प्लान था। इसके अलावा अगर उन्हें मुम्बई ही जाना था तो उन्होंने घर पर सूचना क्यों नहीं दी। तथा अपनी मोबाइल को सड़क पर बंद करके क्यो फेक  दिया। अगर उनके साथ कोई घटना वास्तव में घटित हुई थी तो उन्होंने पुलिस अथवा घर को सूचित करने के बजाए मुम्बई जाना कैसे सोच लिया?

इस प्रकरण में अभी सिर्फ यही खबर मिली है कि दिलीप ने फोन पर सिर्फ पार्टी के पैसे रखे होने की बात बताई है। लेकिन अब घटना को लेकर नई नई अफवाहें व चर्चाएं शुरु हो गईं हैं। मिठवल के आस पास इस बात की काफी चर्चा है कि यह सब कुछ मंदिर का चंदा हड़पने के नीयत से किया गया। इसी के तहत मोटर साइकिल, मोबाइल, चप्पल व पर्स आदि सड़के के किनारे रख कर अनहोनी कि घटना तैयार किया गया । लेकिन जब उन्हें सच्चाई खुलने का भय सताया तो फिर स्वयं मुम्बई पहुंच कर सही सलामत होने की बात कह दी।

फिलहाल इन अफवाहों को सच तब तक नहीं माना जा सकता।  अब तो सच्चााई उनके घर आने के  बाद ही खुलेगी। उन्हें घर वापस लाने की तैयारी चल रही है। उनके आने पर सच्चाई जो भी खुले, मगर पार्टी में उनकी निष्ठा और ईमानदारी पर सवाल तो खड़ा ही हो गया है।

 

 

 

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