अहम सवालः इटवा इलाके में बंद बोरे में बछड़े की लाश फेंकने के पीछे का रहस्य क्या है?

September 7, 2018 2:49 PM0 commentsViews: 1684
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— क्या इस शांत प्रिय इलाके में तनाव फैलाने के लिए की गई थी कोई साजिश?

 

नजीर मलिक

घटना स्थल पर जुटे सैकड़ों ग्रामीण और जांच करती मिश्रीैलिया पुलिस

सिद्धार्थनगर। मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के चुरिहारी गांव के पश्चिम सड़क किनारे घास में बोरे में पशु की लाश लाश पाये जाने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई, घटना सुन कर मौके पर क्षेत्रीय विधायक भी पहुंचे। मगर बाद में उसे स्वाभविक मौत मान कर मिट्टी में दफन कर दिया गया, मगर यह सवाल अभी खड़ा है कि उसकी लाश बोरे में क्यों बांधी गई। उसे निर्जन स्थान पर फेकने के पीछे किसी की मंशा क्या थी?

पहले मानव लाश का संदेह

बताया जाता है कि  मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के चुरिहारी गांव के पश्चिम सड़क किनारे से गुजर रहे लोगों को शुक्रवार दोपहर में कुछ दुर्गंध का यहसास हुआ। दुर्गंध लम्बी घासों के बीच से आ रही थी।  इसके बाद राहगीर और स्थानीय लोगों ने छानगीन की तो पता चला की घासों के बीच बाेरे में पड़ी कोई लाश है जो सड़ांध फैला रही है।

बारे से मिली बछड़े की लाश

लेकिन शीघ्र ही पता चला कि बोरे में मानव नहीं एक बछड़े की लाश है। क्योंकि बारे के फटे हिस्से से बछड़े का खुर दिख गया था। इसको लेकर क्षेत्र में तत्काल गोहत्या की खबर फैल गयी। तुरन्त मिश्रौलिया पुलिस को सूचना दी गयी। सूचना पाकर एस.. मिश्रौलिया मनोज कुमार सिंह, एस.आई सुनील कुमार यादव, गुरूमेश्वर मिश्रा, एस.एच. गोल्होरा अवध नरायन यादव, सी. . इटवा श्रेयश त्रिपाठी, पशु चिकित्सक जी के. सिंह मौके पर पहुंच गये। विधायक डा. सतीश चन्द्र द्धिवेदी को सूचना दी गयी।

विधायक के सामने बोरे से निकाली गई लाश

बताया जाता है कि सायं 6 बजे के लगभग विधायक सतीश द्धिवेदी की मौजूदगी में बोरे को खोला गया। जिसमें एक बछड़े की लाश मिली। जिसके शरीर पर कहीं भी चोट का निशान नहीं मिला। लगभग तीन दिन पहले की सामान्य मौत बतायी गयी। विधायक अधिकारियों की मौजूदी में गड्ढ़ा खोदकर उसे वहीं जमीन में दफन कर दिया। मौके पर ग्राम प्रधान कोटखास अनूप सिंह, शब्बीर अहमद खान आदि भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।

लोगों के जेहन में गूंज रहे अहम सवाल

लेकिन इस घटना के बाद लोगों के जेहन में एक अहम सवाल अभी तक गूंज रहा है , कि मरने के बाद बछड़े के शव को बोरे में बांध कर उस झुरमुट में फेंके जाने की मंशा क्या थी। अगर बछड़ो की मौत सामान्य थी तो उसे इतने रहस्यमय तरीके से फेंके जाने का उद्देश्य क्या था। कहीं ऐसा तो नहीं कि इसका उद्देश्य क्षेत्र में तनाव भड़काना रहा हो? अभी तक बढड़े के मालिक का भी पता नहीं लग सका है। पुलिस अगर इस बिंदु पर जांच करे तो संभव है कि कुछ नई जानकारी सामने आ सके।

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