जनता इंटर कालेज बनियाडीह में शिक्षा बिकती सरे बाजार, बोलो खरीदोगे
––– जनता इंटर कालेज में भ्रष्टाचार, छात्रों को हर काम के लिए देनी पड़ती है रिश्वत रूपी फीस
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सदर तहसील के लोटन क्षेत्र के बनियाडीह में स्थापित जनता इंटर कालेज भ्रष्टाचार और छात्रों अभिभवकों के शोषण का अड्डा बन गया है। यहां छात्रों का कोई काम बिना पैसे के नही होता है। आरोप है कि ऐसी कालेज के कार्यवाहक प्रिंसपल के संरक्षण में किया जा रहा है। अतीत में इसकी शिकायतें भी की गईं, मगर शिक्षा को बेचने का कारोबार बदस्तूर जारी है।
जनता इंटर कालेज के बारे में आम चर्चा है कि सहां कोईभी काम बिना पैसे के नहीं होता है। यहा एडमीशन, टीसी, प्रवेश पत्र, अंकपत्र, प्रैक्टिकल के लिए बाकायदा वसूली का रेट निर्धारित है। उदाहरण के लिए हाई स्कूल और इंटर की मार्कशीट लेने करने के लिए यहां छात्रों 150 रुपया देना पड़ता है। जबकि इसका कोई शुल्क नहीं होता। इसी प्रकार एडमशिन के नाम पर निधारित फीस से दो सौरुपये से हजार रुपये तक अधिक वसूले जाते हैं।
उदाहरण के लिए वहां कक्षा 10 के एडमीशन की फीस मात्र 402 रुपये है।मगरइस बार यहां प्रति छात्र लगभग एक हजार वसूले गये। इसी प्रकार प्रमाण पत्र, के लिए भी पैसे मांगे जाते हैं। छात्रों का कहना है कि इस प्रकार के आर्थिक शोषण से उनके अभिभावक अत्यंत परेशान हैं।
बताते चलें कि इसी जुलाई महीने में हाई सकूल और इंटर के छात्रों को ार्कशीट देते समय उनसे १५० रुपया प्रति छात्र वसूला जा रहा था। किसी छात्र ने इसकी शिकायत डीआईओएस से की।जिस पर उन्होंने प्रिंसपल आलोक कुमार त्रिपाठी को जम कर फटकार लगाई, बावजूद इसके वहां वसूली के काम पर अंकुश नहीं लग सका। इस बार छात्रों ने इस बारे में डीएम कोशिकायती पत्र भेज कर कार्रवाई की मांग की है।
इस बारे में जब कालेज के प्रधानाचार्य आलोक कमार त्रिपाठी से गुरुवार को बात करने की गई तो उन्होंने कहा कि शिकायत तो कोई भी कर सकता है। इस पर कपिलवस्तु ने सवाल था कि डीआईओएस ने इस अवैध वसूली पर आपको फटकार लगाई थी, तो प्रिंसपल तिवारी का कहना था कि वह भी सही है, लेकिन शिकायत तो कोई भी कर सकता है।