कमजोर तबके के उत्थान के लिए राजनीति में आया– फरहान खान
अनीस खान
सिद्धार्थनगर । सामजिक लड़ाई लड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति की ज़रूरत होती है । गरीबों, अल्पसंख्यकों और समाज में कमज़ोर तबकों का सम्मान पूर्वक उत्थान होना चाहिए । ऐसे तबकों की लड़ाई के उद्देश्य से ही मैं सियासत में आया हूँ। इसके लिए मै हर मुमकिन कोशिश करता रहूंगा। दरिद्र नारायण की सेवा ही हमारा लक्ष्य है।
उपरोक्त बातें युवा सपा नेताा एवं सोशल वर्कर फरहान खान ने कही । वह बृहस्पतिवार को ” प्रभाव इंडिया न्यूज़” से विशेष बातचीत कर रहे थे । समाजवादी छात्र सभा के सक्रिय सदस्य फरहान खान ने कहा कि वह समाजवादी नीतियों से बेहद प्रभावित हैं , उन्होंने समाजवाद पर कई किताबें पढ़ी हैं जिसका उनके मन पर अमिट छाप है ।
समाजवादी नेता आदित्य यादव के बेहद करीबी फरहान अपना आईडियल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मानते हैं। अपनी भविष्य की राजनीति के बारे में बातें करते हुए उन्होंने कहा कि वह लखनऊ विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह भले ही लखनऊ की सियासत में दखल रखते हों, लेकिन वह डुमरियागँज को अपनी कर्मस्थली बनाना चाहते हैं, इसके लिए वह इस क्षेत्र में हर स्तर से सक्रिय हैं ।
पीसीएफ चेयरमैन आदित्य यादव के साथ क्षेत्र में बैनरों पर कई जगह नज़र आने वाले फरहान खान कहते हैं कि अल्पसंख्यकों और पिछड़े समाज को शैक्षिक रूप से आगे आना चाहिए। तभी उनका कल्याण होगा। देश-प्रदेश के मौजूदा हालात पर बात करते हुए लाॅ स्टूडेंट सपा के इस युवा नेता ने कहा कि वह सेकुलिज़्म में विश्वास रखते हैं और उनका देश दुनिया भर मेे धर्मनिरपेक्षता के कारण पहचाना जाता है।
उन्होंने कहा कि कुछ साम्प्रदायिक ताकतें अमन चैन में खलल डालना चाहती हैें। मगर देश-प्रदेश की अमन पसंद जनता ऐसे मन्सूबों को कामयाब नहीं होने देगी। अन्त में उन्होंने कहा कि वह जिस मुकाम पर हैं, उसमें उनके चचा का महत्वपूर्ण योगदान है। वह डुमरियागँज की जनता के लिए सदैव जनहित की लड़ाई लड़ेंगे ।