डीएम ने बच्चों को बताया जीवन में योग का महत्व
संजीव श्रीवास्तव
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वाधान में जीवन में योग के महत्व को लेकर एक गोष्ठी आयोजित की गयी। सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य आतिथि जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार ने शिरकत की और बच्चों को योग के महत्व की विस्तृत जानकारी दी।
डीएम ने कहा कि भारतीय संस्कृति के योग और अध्यात्म दो प्रमुख अंग हैं। इसी कारण भारतीय संस्कृति विश्व की प्राण है। विश्व का आत्म साक्षात्कार करवाने और विश्व कल्याण के लिए योग को जीवन में उतरना होगा। उन्होंने योगसूत्र के 8 नियमों की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने इस अवसर पर गीता के कई श्लोकों से भी बच्चों परिचित कराया।
विशिष्ट आतिथि थानाध्यक्ष सदर शिवाकांत मिश्रा ने भी कार्यक्रम में योग और आध्यात्म पर विस्तृत प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य बालकृष्ण सिंह ने कहा कि कर्म ही योग है। विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय कार्यसमिति सदस्य रवीन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए एकाग्रता जरुरी है। एकाग्रता सबसे बड़ा योग है।
कार्यक्रम में परिषद के नगर सहमंत्री शक्ति सिंह, निराजन सिंह, विकास त्रिपाठी, देवेश, भानु सिसौदिया आदि मौजूद रहे।